गाठिये में कपउे धाने का सौडा, सेंव में पीले कलर की मिलावट
क्षेत्र में लगातार कार्रवाई करने के बावजुद खाद्य पदार्थो में मिलावट करने वाले बाज नहीं आ रहे है। कुछ इसी प्रकार के मामले लगातार सामने आ रहे है। उज्जैन जिला मुख्यालय पर गत दिनों की गई कार्रवाई में आगर रोड उद्योगपुरी स्थित श्री हरि के नमकीन नामक फैक्टरी पर दबिश दी। यहाॅं गाठिये को खस्ता बनाने के चक्कर में कपडे धोने का कास्टिक सोडा और फीकीसेंव में पीला मीठा कलर मिलाया जार हा था। बगैर लायसेंस के संचालित हो रही इस फैक्टरी में और भी कई अनियमितताऐं पाई जाने पर टीम ने इसे सील कर दिया है।
दर्जनों स्थलों पर होता है नमकीन का निर्माण
शहर के दर्जनों स्थलों पर नमकीन को बनाया जाता है। शहर के कुछ स्थानों पर तो गुणवत्तापूर्वक नमकीन बनाया जाता है लेकिन गली-मोहल्लों में खुल चुकी नमकीन की दुकानों पर खुले तेल एवं खुले पदार्थो से ही नमकीन का निर्माण होता है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि जहाॅं पर भी खुले तेल एवं खुले मसालों से नमकीन का निर्माण होता है वहाॅं की जाचं की जाना चाहिए। साथ ही मिथ्या छाप के आधार पर भी शहर में कई स्थानों पर नमकीन बेचा जा रहा है। जिनका न तो कोई रजिस्ट्रेशन है और ना ही कोई लायसेंस। बिना एफएसएसआई का लायसेंस प्राप्त किए ही शहर में धडल्ले से मिथ्या छाप के नमकीन विक्रय किए जा रहे है। जिनको रोका जाना अत्यंत ही आवश्यक है।
शहर की छोटी-मोटी दुकानों के अलावा अंचलों में भी सप्लाई की आशंका
उज्जैन में पकडाई नकली खाद्य सामग्री के बाद अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस फैक्टरी से छोटी-मोटी दुकानों के अलावा अंचल में भी नमकीन सप्लाई किया जाता है। हालांकि इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई। फैक्टरी संचालक की आगर रोड पर दुकान भी है, जिसका लायसेंस है। लेकिन उद्योगपुरी में नमकीन फैक्टरी का लायसेंस भी नहीं था।
इंदौर के व्यापारियों ने मिलावट नहीं करने की ली शपथ, नागदा के व्यापारी भी लेंगे
इंदौर के मिठाई व नमकीन व्यापारियों ने बुधवार को 50 रूपए के स्टांप पर बकायदा नोटरी करा कर अनूठी शपथ ली। देश में पहली बार एसोसिएशन आॅफ इंडस्ट्रीज व विभिन्न व्यापारी एसो. द्वारा आयोजित खाद्य गौरव कार्यक्रम में उन्होंने कसम खाई है कि वे नमकीन-मिठाई में मिलावट नहीं करेंगे। ऐसा कोई केमिकल नहीं डालेंगे जो सेहत को नुकसान पहुॅंचाए। इंदौर को देश की हाइजिन फूड सिटी बनाएंगे। इंदौर के 180 से अधिक व्यापारियों ने शपथ पत्र देकर इस बात की शपथ ली है। इंदौर के व्यापारियों ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी दिखाते हुए शपथ-पत्र भी दे दिए हैं ऐसे में शहर के व्यापारियों को भी यह चाहिए कि नैतिकता के आधार पर शपथ-पत्र देकर प्रशासन को यह बता देना चाहिए कि उनके यहाॅं किस गुणवत्ता की खाद्य सामग्री का निर्माण होता है। जिससे की नागरिकों को भी शुद्ध सामग्री उपलब्ध हो सके।
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