दो करोड से अधिक की राशि उपलब्ध करवाई
लैंक्सेस इंडिया ने सीएसआर के हिस्से के रूप में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में देश में चिकित्सा के बुनियादी ढांचे की मदद के लिए 2.1 करोड़ रुपये से अधिक का दान देने का वचन दिया है। दूसरी लहर में कोविड-19 मामलों में काफी तेजी आई है और रोगियों के इलाज के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की भारी मांग रही है। चिकित्सा संस्थानों को स्थिति से बेहतर तरीके से निपटने में मदद करने के लिए, लैंक्सेस इंडिया ने उज्जैन (मध्य प्रदेश), ठाणे और मुंबई (महाराष्ट्र) और अंकलेश्वर एवं भरूच (गुजरात) में अस्पतालों के लिए लगभग 1.9 करोड़ रुपये के 20 ऐडवांस्ड जर्मन वेंटिलेटर दान किए हैं।
कंपनी ने इन वेंटिलेटरों को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के नौ अस्पतालों में दान किया, जहां कंपनी के साइट और कार्यालय हैं। इनमें उज्जैन में पाटीदार अस्पताल, जेके अस्पताल तथा एसएस अस्पताल व अनुसंधान केंद्र सहित, महाराष्ट्र अंकलेश्वर, भरूच के सिविल अस्पताल शामिल हैं। ये अस्पताल कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए इन वेंटिलेटरों का उपयोग कर रहे है।
समुदाय की सहायता करना जारी रखेंगे - बैनर्जी
लैंक्सेस इंडिया के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर नीलांजन बनर्जी ने कहा, “भारत में कोरोनावायरस महामारी की वर्तमान दूसरी लहर ने हमारे देश के चिकित्सा बुनियादी ढांचे को प्रभावित किया है और इससे महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी हो गई है। हमारे कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रयासों के एक हिस्से के रूप में लैंक्सेस में हमने एक बार फिर से ठाणे में हमारे मुख्यालय और नागदा एवं झगडिया में हमारे विनिर्माण स्थलों के आस-पास के कुछ अस्पतालों की आधारभूत संरचाना को बेहतर बनाने में सहयोग करने का प्रयास किया है। हम कोविड-19 की दूसरी विनाशकारी लहर से लड़ने में समुदाय की सहायता करना जारी रखेंगे।”
वर्ष 2020-21 में, लैंक्सेस इंडिया ने कोविड-19 राहत के लिए अपने सीएसआर के खर्च के तहत 3.6 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान दिया था। इसमें पीएम केयर्स फंड में 2 करोड़ रुपए का योगदान, ठाणे के अस्पतालों 6 ऐडवांस्ड जर्मन वेंटिलेटर, इसके एक टन सर्फेस डिस्इंफेक्टेंट, और कई अन्य सामग्रियों के साथ फेस मास्क का दान शामिल हैं।
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