श्री चापेडा ने जारी प्रेस बयान में बताया कि मुख्यमंत्री श्री चैहान द्वारा कोरोना महामारी में मरीजों को आॅक्सीजन प्रदान करने हेतु 100 आॅक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन प्रदान की गई थी। चोपडा ने कहा कि उज्जैन शहर के बाद नागदा जिले का सबसे बडा शहर है तथा यहाॅं प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढती ही जा रही है। बावजुद इसके नागदा-खाचरौद में मात्र 5-5 आॅक्सीजन मशीने ही प्रदान किया जाकर क्षेत्र के नागरिकों के साथ अन्यायपूर्ण भेदभाव किया गया है।
चोपडा ने कहा कि नागदा-खाचरौद में भी बडनगर की तुलना में समान आॅक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाऐ जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसद अनिल फिरोजिया, जिले के प्रभारी मंत्री मोहन यादव द्वारा शुक्रवार को मात्र 5-5 आॅक्सीजन मशीने उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने कहा कि बिमारी के विकराल रूप एवं जनसंख्या को देखते हुए उक्त मशीने उंट के मुॅंह में जीरे के समान है। इस भेदभावपूणर्् वितरण के बावजुद भाजपा नेताओं और जनता द्वारा उनका स्वागत कर धन्यवाद दिया गया। जबकि इस भेदभाव पर प्रभावशाली मांग कर ध्यान आकर्षित करना था।
नागदा जिला होता तो सीधे आवंटन होता
चोपड़ा ने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय को सौ आक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान किए है अगर नागदा जिला होता तो क्षेत्र को भी सौ आॅक्सीजन कंसंट्रेटर मिलते। नेताओ कि गलती से जिला नही बनने का खामियाजा नागदा कि जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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