MP NEWS24- देश की आज़ादी के ठीक 10 दिन बाद 25 अगस्त 1947 को नागदा में ग्रेसिम की स्थापना की पहली ईंट जब रखी गई तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि तब से लेकर 2021 तक के 75 वर्ष के इस सफर में ग्रेसिम नागदा के कृत्रिम रेशों की यह लंबी श्रृंखला विश्व पटल पर फायबर बिज़नेस को नया आयाम देकर निश्चित ही परचम लहराया हैं। 75 वर्षों की इस ऐतिहासिक यात्रा में जितने भी सहकर्मी और उनके परिजन शामिल रहे। वे सभी बधाई के पात्र है।ग्रेसिम नागदा के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आदित्य बिड़ला समूह द्वारा आयोजित तीन दिवसीय समारोह के समापन अवसर पर ग्रेसिम के बिरला हाउस प्रांगण में आयोजित वरिष्ठ सहकर्मी सम्मान समारोह में यह बात रुपहले पर्दे पर अपने संदेश के माध्यम से समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कही।
समापन कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल डॉ. गेहलोत ने की शिरकत
ग्रेसिम प्रांगण में 10 से 12 दिसंबर तक तीन दिवसीय इस उत्सव में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। समापन अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल डॉ थावरचंद गेहलोत ने सन 1965 से 1970 तक ग्रेसिम में अपनी पहली नौकरी से लेकर केंद्रीय मंत्री एवं राज्यपाल बनने तक के अनुभवों को साझा किया तब सम्पूर्ण आयोजन स्थल करतल ध्वनि से गूंज उठा। उन्होंने समारोह में मौजूद अपने पुराने साथियों से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछते हुए शुभकामनाएं दी।
चेयरमैन के करकमलों से सम्मानित हुए उद्योग के वरिष्ठ अधिकारी
10 दिसंबर को मुम्बई के भव्य समारोह में चेयरमैन के हाथों सम्मानित होकर लौटे समारोह में पल्प और फाइबर बिजनेस के समूह डायरेक्टर एवं वरिष्ठ सलाहकार शैलेन्द्र कुमार जैन एवं वर्तमान में ग्रेसिम नागदा के वरिष्ठ अध्यक्ष एवं इकाई प्रमुख के सुरेश ने भी उपस्थित गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि नागदा की यह भूमि तपस्वी भूमि है, जिसमें 75 वर्षों की इस अनवरत यात्रा में सभी की भागीदारी अति उत्कृष्ट रही है। सभी की सहभागिता से ही यह विकास यात्रा इस विशिष्ट मुकाम पर पहुंच पाई है। इसके लिए सभी बधाई के पात्र है।
सभी का सहयोग ही इस समारोह की सफलता का राज है - श्री सिंह
कार्यक्रम में संस्थान के उपाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि ग्रेसिम की विकास गाथा में सभी का सहयोग ही इस समारोह की सफलता का राज है। सहयोग और सामंजस्य की यह गति यूँ ही निर्बाध चलती रहे। कार्य्रकम में संस्थान के पूर्व अधिकारी टीएम सोनार, बीएस साहनी, केपी सिनोय, डॉ मदन सोडानी, डॉ महेंद्र नाहर, मनोज मूंदड़ा, विजय जैन, आदित्य श्रीवास्तव, एसएस पीपाड़ा, एसएम सिसौदिया ने भी अपने पुराने अनुभव सभी के साथ साझा किए।
इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम में पूर्व विधायक सर्वश्री लालसिंह राणावत, दिलीपसिंह शेखावत, जितेंद्र गेहलोत, कर्मकार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाबुलाल गुर्जर, केमिकल डिवीजन इकाई प्रमुख प्रेम तिवारी, लेक्सेस इकाई प्रमुख संजयसिंह, संस्थान के संयुक्त अध्यक्ष योगेन्द्रसिंह रघुवंशी, उपाध्यक्ष आशीष माहेश्वरी, अमित चांद, बिस्वदीप मैती, अमित गंगवाल, शिक्षाविद दीपक कुमार शर्मा, श्रीमती अजंता हंस अरोरा,योगेश पालीवाल, सुनीलसिंह, एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, सीएसपी मनोज रत्नाकर, समाजसेवी प्यारेलाल पोरवाल, पंकज मारू, रवि कांठेड़, संस्थान के पूर्व वरिष्ठ जनसंपर्क अजयसिंह, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी संजय व्यास, सहायक उपाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, अधिकारीगण सपत्नीक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुरेन्द्र मीणा, अरुण सीठा एवं दीप्ति रघुवंशी ने संयुक्त रूप से किया। समापन पर सामूहिक रूप से केक काटकर एवं आतिशबाजी कर सभी ने एक दूसरे को बधाईयां दी।
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