नागदा जं.-राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान नपा एवं विद्युत कंपनी के सबसे अधिक प्रकरणों का हुआ निराकरण दो परिवारों को भी एक दुसरे से मिलवाया

MP NEWS24- शनिवार को न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत जहॉं दो परिवार पुनः आपस में मिल गए वहीं नगर पालिका एवं विद्युत विभाग के सबसे अधिक प्रकरणों का निराकरण भी हुआ। जिससे दोनों ही विभाग को राजस्व की प्राप्ति भी हुई है। वहीं एक महिला न्यायाधीश के प्रयासों से दो परिवारों में सुलह हो गई और साथ में रहने के लिए तैयार हो गए। न्यायाधीश के समक्ष वर वधु ने एक दूसरे को वर माला पहनाई।

न्यायायलय परिसर में लोक अदालत का आयोजन हुआ, जिसका शुभारंभ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश वंदना राज पांडेण्य ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया। इस अवसर पर अपर एवं जिला सत्र न्यायाधीश अभिषेक सक्सेना, प्रथम वर्ग व्यवहार न्यायाधीश अश्विनी परमार, प्रथम वर्ग व्यवहार पुनम डामेचा, द्वितीय वर्ग व्यवहार न्यायाधीश नदीम जावेद, केशव रघुवंशी, ओमप्रकाश मेतवासा, प्रेमकुमार सोनी, जितेंद्रसिंह कुशवाह, तलत परवीन खान, सुरेश जैन, विजयसिंह वर्मा, लईक एहमद अंसारी, कांता सरोज, संध्या गोखले, राजकुमार मिमरोट, पूर्वी शर्मा, सुशील मरमट आदि मौजूद थे।
नपा एवं बिजली कंपनी को मिला राजस्व
एडीजे अभिषेक सक्सेना के न्यायालय में विद्युत बिजली के 213 प्रकरणों के 53 लाख रुपए में से 82 प्रकरणों का निराकरण होने से 12 लाख रुपए की आय हुई। ऐसे 900 प्रकरण जिनके 80 लाख रुपए बकाया था उसमें से 400 प्रकरणों का निराकरण होने से 36 लाख रुपए की आय हुई। शिविर के डीई केतन रायपुरिया, कनिष्ठ यंत्री दिनेश शर्मा, सौरभ गोस्वामी, मुकेश कांकरे, रुपेश जायसवाल, राजेंद्र पेंड्से, बज्रनारायण लोदवाल, गोविंद चौधरी, रमेश बडगोत्या, चंदन नरगवे, संजय डाबी, गोपाल परमार आदि मौजूद रहे। इसी प्रकार न्यायाधीश नदीम जावेद खान के न्यायालय में नगरपालिका को सम्पत्ति कर के रुप में 73 प्रकरणों से 6 लाख 72 हजार 250 रुपए, जलकर के 45 प्रकरणों से 2 लाख 9 हजार 240 रुपए की आय हुई। इस दौरान सीएमओ सीएस जाट, राजस्व निरीक्षक बाबूलाल मीणा, जितेंद्र रघुवंशी, ओमप्रकाश मीणा, दिक्षांत गेहलोत, भरत जटिया, शरद साहु, ईश्वरलाल धनवासी, प्रवीण जैन, इंद्ररसिंह डोडिया, रामसिंह सोलंकी, रोहित मावर, अजीज खान आदि का विशेष योगदान रहा।
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छह वर्षो से थे अलग, सुलह के बाद एक हुए
विद्वान न्यायाधीश पूनम डामेचा के प्रयासों से लगभग 6 वर्षाे से अलग रहे दपंत्ति में सुलह कराने में सफलता मिली। अभिभाषक देवेंद्रसिंह रघुवंशी, शैलेंद्रसिंह रघुवंशी के अनुसार संगीता पति हरिसिंह रघुवंशी निवासी अमलावदिया रोड़ और हरिसिंह रघुवंशी निवासी देपालखेड़ी जिला अशोक नगर के बीच छह वर्षाे से पारिवारिक विवाद चल रहा था। लोक अदालत में दोनों सुलह हो गई और दोनों ने साथ में रहने की बात कहीं। इस दौरान विधिक सहायता समिति के वकील दीपा गेहलोत, राजेंद्र गुर्जर मौजूद रहे। घरेलु हिंसा एवं भरण पोषण के प्रकरण में अलग रहने वाले पति पत्नी ने न्यायाधीश डामेचा के प्रयासों से लोक अदालत में सुलह कर ली। अभिभाषक सुरेश जैन के अनुसार अंतरबाई और शंभुलाल में सुलह हो गई, दोनों ने एक दूसरे को वर माला पहनाई और साथ रहने की बात कहीं। न्यायाधीश अश्विनी परमार के न्यायालय में 56 ब्लाक निवासी मांगीलाल और धापूबाई ने वर्ष 2016 में पुत्र कैलाश और कमल पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए भरण पोषण के लिए गुहार लगाई थी। लगभग 6 वर्षाे तक प्रकरण में सुनवाई चली, शनिवार को न्यायाधीश परमार के प्रयासों से माता पिता ने दोनों बेटे कैलाश और कमल को माफ करते हुए भरण पोषण का प्रकरण वापस ले लिया। इस दौरान अभिभाषम रमेशचंद्र चंदेल, राजेंद्र चौहान एवं राजेंद्रसिंह गुर्जर का योगदान रहा।
चैंक अनारण के मामले में हुई सुलह
न्यायाधीश अश्विनी परमार के न्यायालय में संजय जैन पिता विमलचंद्र जैन निवासी रामसहाय मार्ग ने वर्ष 2019 में 90 हजार रुपए के चैक अनादरण का वाद प्रकाशनगर निवासी रामचंद्र पिता रतनलाल मकवाना के खिलाफ लगाया था। अभिभाषक रमेशचंद्र चंदेल के प्रयासों से संजय जैन ने ब्याज माफ करते हुए मुल राशि 35 हजार रुपए लेकर समझौता कर लिया। जिसमें अभिभाषक राजेंद्र चौहान, राजेंद्रसिंह गुर्जर का योगदान रहा।

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