मामले में शिकायतकर्ता दिनेश दुबे ने बताया कि उनके विरूद्ध नागदा थाने मे 16 मई 2020 को दर्ज अपराधिक प्रकरण में एसडीएम द्वारा घटना के तीन माह बाद अधिकृत होने पर पुराने प्रकरण में अनुमति देकर, दस्तावेजो की कूटरचना करते हुए थाना प्रभारी व नेताओ के ईशारे पर झूठा फसाने का प्रयास किया। दुबे ने बताया कि जिलाधीश के कर्फ्यू आदेश का हवाला देकर फेसबुक पोस्ट के तथ्यो पर भाजपा नेता दिनेश अग्रवाल की शिकायत पर बिना किसी वैधानिक आधार के फंसाये जाने की शिकायत उनके द्वारा उज्जैन संभागायुक्त को की गई थी। जिस पर कमिश्नर द्वारा जिला कलेक्टर को एसडीएम की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिये है। शिकायत में सप्रमाण दस्तावेजी सबूत संभागायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किए गये थे।
नागदा - शिकायत के बाद कमिश्नर ने दिए प्रकरण की जांच के आदेश
मामले में शिकायतकर्ता दिनेश दुबे ने बताया कि उनके विरूद्ध नागदा थाने मे 16 मई 2020 को दर्ज अपराधिक प्रकरण में एसडीएम द्वारा घटना के तीन माह बाद अधिकृत होने पर पुराने प्रकरण में अनुमति देकर, दस्तावेजो की कूटरचना करते हुए थाना प्रभारी व नेताओ के ईशारे पर झूठा फसाने का प्रयास किया। दुबे ने बताया कि जिलाधीश के कर्फ्यू आदेश का हवाला देकर फेसबुक पोस्ट के तथ्यो पर भाजपा नेता दिनेश अग्रवाल की शिकायत पर बिना किसी वैधानिक आधार के फंसाये जाने की शिकायत उनके द्वारा उज्जैन संभागायुक्त को की गई थी। जिस पर कमिश्नर द्वारा जिला कलेक्टर को एसडीएम की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिये है। शिकायत में सप्रमाण दस्तावेजी सबूत संभागायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किए गये थे।
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