शासकीय गौचर भूमि से मिट्टी निकाल कर बेची जा रही
ज्ञापन में बताया कि ग्राम भीमपुरा से लगी हुई शासकीय गोचर भूमि सर्वे नं. 121ध्2 पर अवैध उत्खनन कर मिट्टी निकालकर बेची जा रही है। जिस गोचर भुमि को राजनीतिक दबाव के चलते तहसीलदार महोदय ने चन्द्रेश प्रजापत के नाम उत्खनन की अनुमति प्रदान की है जो कि पुर्णतः गलत है। क्योंकि चन्द्रेश प्रजापत के नाम से अनुमति प्राप्त कर राहुल जैन नामक अन्य व्यक्ति उक्त भूमि से मिट्टी बेचकर लाभ अर्जित कर रहा है। राहुल जेन द्वारा मिट्टी 500-1000 रूपये ट्राली में बेच रहा है।
प््रजापत समाज के अन्य लोगों को भी मिले अनुमती
ज्ञापन में मांग की गई कि प्रजापति समाज के लगभग 400 परिवार काम करते है उन्हें भी मिट्टी निकालने की अनुमति प्रदान की जावे। नागदा नगर में भू-माफिया एवं कुछ नेताओं की मिलीभगत से अवैध उत्खनन का कार्य बेधडक चल रहा है, जिसमें नागदा के कई प्रतिष्ठित चेहरे भी शामिल है तथा इनके खिलाफ बोलने पर यह सब एक हो जाते है तथा राजनीतिक दबाव बनाते है। शिकायत करने पर इन लोगो के द्वारा शिकायतकर्ता पर दबाव बनाया जाता है और जान से मारने की धमकी दी जाती है। इससे जो लोग बोलने को तैयार होते है वे भी पीछे हट जाते है। शासन को इन भूमाफियाओ के खिलाफ कार्यवाही करने की अत्यंत आवश्यकता है।
शिकायतकर्ता पर कर दिया था हमला
पूर्व में भी शासकीय भूमि 121/2 पर उत्खनन के खिलाफ आवाज उठाने पर राकेश पिता ओमप्रकाश प्रजापत पर जानलेवा हमला किया गया जिसके कारण वह अभी भी वर्तमान में उज्जैन शासकीय हास्पीटल में भर्ती है और आरोपी व उसके साथी जमानत पर बाहर है। ऐसी घटनाएं को देखते हुए यदि भविष्य में कोई बड़ी घटना होती है तो इसका गंभीर परिणाम होंगे। इसलिये प्रशासन को तुरन्त उपरोक्त भूमि पर से मिट्टी उत्खनन की अनुमति को तत्काल निरस्त किया जावे। दो दिवस में प्रशासन अनुमति निरस्त नही की जाती है तो प्रजापत समाज का प्रतिनिधि मण्डल भारतीय प्रजापति हीरोज ऑर्गेनाईजेशन के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में पुरे प्रदेश के प्रजापति समाज को लेकर मुख्यमंत्री से भेंट करेंगा।
भारतीय प्रजापति हीरोज ऑर्गेनाईजेशन के प्रदेश अध्यक्ष शंकरलाल प्रजापत ने कहा कि मेरे साथ भविष्य में यदि कोई घटना-दुर्घटना होती है या भूमाफिया द्वारा कोई घटना की जाती है तो इसकी पूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन में मांग की गई है कि उपरोक्त अवैध उत्खनन के विरूद्ध शासन द्वारा सख्त से सख्त कार्यवाही नहीं की जाती है तो समाज द्वारा उग्र आंदोलन, भुख हड़ताल, धरना प्रदर्शन किया जावेगा। जिसकी समस्त जवाबदारी शासन-प्रशासन की रहेगी।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर कन्हैयालाल प्रजापत, विमला प्रजापत, जगदीश प्रजापत, बसंतीलाल प्रजापत, मुकेश प्रजापत, जितेन्द्र प्रजापत, राजु प्रजापत, प्रेम प्रजापत, राजु प्रजापत, श्याम प्रजापत, पवन प्रजापत, महेश प्रजापत, हेमराज प्रजापत, प्रदीप प्रजापत, राजेश प्रजापत, लखन प्रजापत, राजु प्रजापत, रतन प्रजापत, मनोज प्रजापत, सुन्दरलाल प्रजापत, राकेश प्रजापत, सुनील प्रजापत, अभय प्रजापत, रामलाल प्रजापत, रवि प्रजापत, ललित प्रजापत, भरत प्रजापत, गजेन्द्र प्रजापत, गजानन प्रजापत, विष्णु प्रजापत, गणेश प्रजापत, शंभु प्रजापत एवं अनेक समाजजन उपस्थित थे।
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