उक्त संबंध में जानकारी देते हुए ट्रस्ट के राष्ट्रीय सलाहकार अभिभाषक इन्द्रजीतसिंह चैहान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा संसद में बिना कोई विचार विमर्श किये श्रम कानूनों को समाप्त किया गया है जिससे कई बडे उद्योगों में श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है और मानसिक व शारीरिक प्रताडित किया जा रहा है और इसी वजह से देश में बेरोजगारी बढ रही है जिससे गरीब वर्ग को परिवार का भरण पोषण करने में मुश्किल आ रही है अगर श्रम कानूनों में बदलाव नहीं किया तो देश में अप्रिय घटनाओं की संख्या बढ जाएगी और देश में भुखमरी और चोरी की घटनाऐं अपने चरम सीमा पर होगी।
संगठन के चेयरमेन सुरेन्द्र प्रताप यादव, संरक्षक गिर्राज प्रसाद सैनी, मुख्य राष्ट्रीय अध्यक्ष पर्वतसिंह यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीलसिंह यादव, मध्यप्रदेश अध्यक्ष संजीवसिंह के हस्ताक्षरित पत्र भारत सरकार के श्रम मंत्रालय को भेजा गया है। साथ ही मुख्य कार्यकारिणी पदाधिकारी रीना पाल, प्रदीप यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता रोशनी यादव, संजीवसिंह, कमलेश यादव, राजेश यादव, रितेश तिवारी, दीप्ति पमनानी, विकास यादव आदि ने श्रम कानूनों में बदलाव का विरोध किया है। मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यादव द्वारा आॅनलाईन शिकायत भी दर्ज करवाई है जिसके संबंध में मंत्रालय द्वारा ज्वाईंट सेके्रटरी स्तर के अधिकारी अमित वर्धन को शिकायत के निराकरण करने के लिए नियुक्त किया गया है। पत्र की प्रति प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री को भी भेजी गई है।
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