उक्त कार्यशाला की मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश शासन में डिप्टी डायरेक्टर मोनलसिंह जाट (रक्तकोष विभाग, भोपाल) रहीं जिन्होंने संस्था को सम्मानित करते हुये कहा कि संजीवनी संस्था थैलेसेमिया से पीड़ित बच्चो के लिये संजीवनी बुटी की तरह कार्य कर रही है वहीं जिला चिकित्सालय ब्लडबैंक, उज्जैन की संगीता गुप्ता जी कहा कि संस्था ने कोरोना महामारी के बाद रक्तदान शिविर के माध्यम से ब्लडबैंक में रक्त की कमी नही आने दी जो प्रशंसनीय है।
संस्था के रवि आंजना ने नागदा में रक्त से संबंधित अनियमितताओ से अवगत कराया गया व नागदा में ब्लडबैंक या सिविल हॉस्पिटल में ब्लड स्टोरेज की व्यवस्था हेतु मांग की गई। कार्यक्रम में संजीवनी सेवा जनकल्याण समिति के सुनील भावसार, पप्पु सिसोदिया, विजयसिंह राठौड़, रवि आंजना, डॉ.अमित चावड़ा, अक्षय जोशी, कुलदीपसिंह सोलंकी, सुशील जोशी, सुधीर राठौर, किशनसिंह शेखावत, शुभम्सिंह तंवर, मधुबाला पोरवाल उपस्थित थे।
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