Nagda(mpnews24)- आदरणीय पत्रकार बंधुओ
वर्तमान करोना के घातक काल मे आपके द्वारा लिखे गये एक एक शब्द से सम्पूर्ण समाज को आक्सीजन मिलती है जिससे कई लोगो कि सांसे लोटती है।
हमने बहुत छापे विकास के विरोध के अपराध के आर्थिक सिनेमा खेल विविध कानून चुनाव आदि आदि के समाचार।कुछ को हमने सीमा से आगे आकर सहयोग दिया ।कुछ का सीमा के बाहर जाकर विरोध किया।किसी को राजा बनाया किसी को रंक बनाया।लेकिन हमने किसी कि सांसो का हिसाब कभी नही लगाया।
लकिनअब हमारे आस पास मौत का तान्डव लगा हुआ है।हमारे कई प्रिय और नजदीक रिश्तेदारो को करोना लील चुका है।अब पद पैसा प्रतिष्ठा कमाने का काल खण्ड समाप्त ह्रो गया है।हम नही २हे तो सब धूल है।
अब इंसानी सासो के बचाने का दायित्व हमारे .कंधे पर आगया है।जिसकी मृत्यु लिखी है हम रोक नही सकते ।लेकिन अव्यवस्था और भरष्टाचार के कारण जो अकाल मोते हो २ही है। उनके लिये हमारी लेखनीको आक्सीजन के रूप मे उपयोग किया है।करोना काल मे अथाह सम्पत्ति होने के बावजूद जुर्माना भरकर अपनी जान कि बाजी लगाने वाले को मरते देखा है।सब माया मोह यही २ह गया।
अब आप ही विचार करे कि ३स परिस्थिती मे अगर स्वावस्थ सुविधा भ्रष्ट्राचार के भेट चढ़ती रही तो हमारे परिजनो कि सुरक्षा कैसे करेंगे।
अब यह लड़ाई समाज और विकास ओर अन्य मुद्दे के बजाय हमे और हमारे परिजनो कि सांसो को बचाने कि हो गई।
अपने अन्दर बैठे जमीर को टटोलिये और इंसानियत कि लड़ाई मे करोना नामक राक्षस को लाशो का ढेर बनाने से रोकने के लिये पिड़ीत मानवता कि आक्सीजन बनिये।
आपके तथा परिवार के स्ववस्थ २हने कि कामना के साथ
अभय चोपड़ा नागादा।
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