क्या है मामला
शुक्रवार की शाम को एक नाबालिक रितेश पिता राधेश्याम गुर्जरवाडिया उम्र 17 वर्ष निवासी शिव कॉलोनी रत्नाखेडी रोड का अपहरण हो गया था। नाबालिक प्रतिदिन की तरह पुराने बस स्टेण्ड पर कराटे क्लास गया हुआ था। वह क्लास से शाम 7 बजे घर के लिए दोस्तों के साथ साईकिल पर बैठकर निकल गया था लेकिन घर नहीं पहुंचा। इसी दौरान रात 8.30 बजे नाबालिक के मोबाईल से ही उसके पिता के पास फोन आया कि आपके बालक का अपहरण हो गया है तथा 1 लाख रूपए की फिरौती मांगी। इस फोन के बाद परिजन घबरा गए और मंडी पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत की इधर मामला फिरौती व अपहरण का होने से पुलिस ने शुक्रवार की रात से ही मामले की पड़ताल प्रारंभ कर दी है। एएसपी भूरिया, सीएसपी रत्नाकर व थाना प्रभारी श्यामचन्द्र शर्मा ने प्रत्येक बिंदुओं पर जांच पड़ताल की ओर शनिवार सुबह पुलिस ने कुछ युवकों को पुछताछ के लिए थाने भी लाई।
मृतक बालक की आर्थिक स्थिति कमजोर है, उसके पिता ट्रक चालक है। घर में दो भाई व एक बहन भी है। मृतक के पिता के पास कुछ जमीन भी है। पुलिस ने इन बिंदुओं पर जांच की है अपहत बालक के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है उसके बावजूद 1 लाख की फिरोती मांगना कहीं न कहीं मामले को घुमाने का प्रयास है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने परिजनों से भी सख्ती से पुछताछ की ओर पुलिस को सफलता मिली।
पुरानी जर्जर कॉलोनी में मिला शव
अपहत बालक का शव शहर के नदी किनारे स्थित बंद बीसीआई उद्योग की कॉलोनी के एक क्वार्टर में से मिला। गौरतलब है कि वर्तमान में यह कॉलोनी विरान है ओर जंगल का रूप ले चुकी है। इस कॉलोनी के लगभग 500 क्वार्टर खंडर हो चुके है। अपहत बालक का शव भी क्वार्टर के बाथरूम में पडा हुआ था। मृतक की शिनाख्त छुपाने का प्रयास भी किया गया उसके चेहरे पर कुछ तरल पदार्थ डाला गया था। पुलिस के मुताबिक अपहत की हत्या शुक्रवार की रात को ही कर दी गई थी।
इनका कहना
शुक्रवार रात को सूचना मिली थी कि नागदा में एक नाबालिक का अपहरण हुआ है तथा 1 लाख रूपए की फिरौती मंागी गई है। शनिवार की शाम को अपहृत का शव मिला है। प्रथम दृष्टया मामला अपहरण व फिरौती का नहीं है। पुलिस को सफलता मिल गई है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
सत्येन्द्रकुमार शुक्ल, पुलिस अधीक्षकद्व उज्जैन
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