गुर्जर ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा पीजी और यूजी की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 मार्च से 3 अप्रैल के बीच में आयोजित की गई थी तब मध्य प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में इन तारीखों के बीच में प्रायोगिक परीक्षाएं संचालित कर ली गई है। लेकिन 20 मार्च से लेकर 5 अप्रैल तक सेना की भर्ती के चलते कई विद्यार्थी प्रायोगीक परीक्षाओं से वंचित रह गए थे। ऐसे हजारों विद्यार्थी है जिनका भविष्य अंधकार की और है उनके द्वारा प्रायोगिक परीक्षा नही देने के कारण परीक्षा परिणाम अनुत्तीर्ण दर्शाया जाएगा। ऐसे में हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश के सभी महाविद्यालय को आदेशित करे कि पीजी और यूजी के साईस के जिन विद्यार्थियों की प्रयोगिक परीक्षा किन्हीं कारणों के चलते छूट गयी है उस प्रयोगक परीक्षा को एक बार फिर से लिया जाऐ जिससे की विद्यार्थियों का भविष्य खराब होने से बच सके।
नागदा - पूर्व जनभागीदारी अध्यक्ष गुर्जर ने प्रायोगिक परीक्षा पुनः करवाने हेतु उच्च शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
गुर्जर ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा पीजी और यूजी की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 मार्च से 3 अप्रैल के बीच में आयोजित की गई थी तब मध्य प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में इन तारीखों के बीच में प्रायोगिक परीक्षाएं संचालित कर ली गई है। लेकिन 20 मार्च से लेकर 5 अप्रैल तक सेना की भर्ती के चलते कई विद्यार्थी प्रायोगीक परीक्षाओं से वंचित रह गए थे। ऐसे हजारों विद्यार्थी है जिनका भविष्य अंधकार की और है उनके द्वारा प्रायोगिक परीक्षा नही देने के कारण परीक्षा परिणाम अनुत्तीर्ण दर्शाया जाएगा। ऐसे में हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश के सभी महाविद्यालय को आदेशित करे कि पीजी और यूजी के साईस के जिन विद्यार्थियों की प्रयोगिक परीक्षा किन्हीं कारणों के चलते छूट गयी है उस प्रयोगक परीक्षा को एक बार फिर से लिया जाऐ जिससे की विद्यार्थियों का भविष्य खराब होने से बच सके।
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