कार्यक्रम में पूर्व केबिनेट मंत्री मप्र शासन सुल्तानसिंह शेखावत एवं विद्यालय के समस्त सपरिवार शैक्षणिक स्टॉफ डीके शर्मा, नलिन सोरल, वन्दना सोरल, नरेंद्र पाल, धर्मेंद्र गाँधी, वायएस राठौर, पीके चौधरी, जलज भटनागर, एलएन शर्मा, सुधीर जोशी, प्रदीप कुमार चतुर्वेदी, जितेंद्रसिंह कुशवाह, प्रितमसिंह, गजानन टीकार, अखिलेश मिश्रा, श्रीमती पूनम शुक्ला, अंशुल शुक्ला, आँचल शुक्ला, सौम्य शुक्ला, गर्वितसिंह कुशवाह उपस्थित रहे।
जितेन्द्रसिंह कुशवाह ने बताया कि शुक्ला सर ने विद्यालय में अनुशासन, ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा के साथ अध्यापन के कार्य को संपादित करने के लिए विद्यार्थियों में अपनी अलग पहचान कायम की। शुक्ला सर कार्य के प्रति इतने समर्पित थे कि परिवार से पूर्व हमेशा अपने कार्य कर्तव्य को महत्ता दी। साथ ही उनकी कार्य के प्रति ईमानदारी, निष्ठा, सेवा भाव से अशासकीय सेवा में जो योगदान दिया है वो अमूल्य हैं क्योंकि आज के युग मे ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ होना एक बहुत बड़ी बात है और शुक्लाजी उसी की एक मिसाल है। शुक्ला सर की ईमानदारी ओर सरल स्वभाव की मिसाल हर उस व्यक्ति से मिलती है जिसने आपके साथ कार्य किया ओर जो आपको जानता हैं। वे पूरे परिवार एवं समाज के लिए प्रेरणा है।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियो एवं नागरिको द्वारा शुक्लाजी को सेवानिवृत्त होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
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