नागदा - 21वीं सदी विनय विवेक के बिना जिन्दगी अधूरी



Nagda(mpnews24)।  चातुर्मास में महासति पुण्यशिलाजी ने कहा कि इस दो दिवसीय शिविर में विशेष प्रशिक्षण में गुरू भगवन्तो के अनुसार ‘21वीं सदी विनय विवेक के बिना जिन्दगी अधूरी‘ के आधार पर रहेगा। महासति जी ने मालव केसरी श्री शौभागमलजी के गुणानुवाद सभा में कहा कि पुण्यतिथि उन महापुरूषो की मनाई जाती है जो जगत के जीवो के सामने एक आदर्श छाप छोड़ जाते है जो अपनी साधना एवं धर्म को सम्पूर्ण राष्ट्र में फ ैलाये वही महापुरूष कहलाने का अधिकारी होता है। साध्वी नेहप्रभाजी म.सा. ने कहा कि मनुष्य साधना निर्जरा के लिये करता है तभी उसको पुण्य की प्राप्ति होती  है जैसे मशीनी जांच के बिना डॉक्टर आपकी बिमारी नहीं पकड़ सकता है।

चातुर्मास के मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि महावीर भवन में जप, तप, त्याग, तपस्या, ज्ञान, ध्यान, जाप प्रारम्भ हो चुके है। सोमवार को गुरूदेव के मुखारविंद से श्रीमती मधुबाला निर्मल चपलोत को 13 उपवास के पचकाण करवाये गये। नवकार महामंत्र के जाप का लाभ मनोहरलाल रविकुमार कांठेड़ ने अतिथि सत्कार का लाभ रजनेश कुमार मोहनलाल भटेवरा एवं करीब 51 पैसे दो उपवास के पारणे का लाभ श्री संघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन सांवेरवाला परिवार ने लिया चातुर्मास अध्यक्ष सुनीलकुमार वोरा ने आभार माना।
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