MP NEWS24- हिंदु जागरण मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष भेरूलाल टाक पर सोराबउद्दीन के भाई रूबाबउद्दीन के द्वारा लगाए गए प्रकरण में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा धारा 307 हटाने से हिंदु समाज में हर्ष है। गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह व गुजरात के डीजी बंजारा आदि पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करवाकर तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार को चुनौती देकर देशभर में चर्चा पाने वाले रूबाबउद्दीन द्वारा नागदा में भी 30 अक्टूबर 2016 को भेरूलाल टाक उनके परिजन रिश्तेदार व उनके समर्थकों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया था। रूबाबउद्दीन उक्त दिनांक को दिवाली मिलने के बहाने अपने सुरक्षा गार्ड के साथ खौफ जमाने के उद्देश्य से हिंदुवादी टाक के निवास के समीप पहुंचा था। इस दौरान विवाद भी हुआ। ओर मामला पुलिस थाने पहुंचा। सत्ता में बैठे कतिपय राजनेताओं ने अपनी राजनीति जमीन बचाने के लिए हिंदुवादी टाक व उनकी 70 वर्षीय माताजी, पत्नि व बेटे के अलावा कई बेगुनाह पर अपराधिक झूठा प्रकरण दर्ज करवाया।
रूबाबउद्दीन के कतिपय नेताओं से मधुर संबंध होने के चलते भाजपा का शासन होने के बाद उनके अनुसांगिक संगठन के पदाधिकारी टाक पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज हुआ। जिसका विरोध शहर के विभिन्न लोगोंं ने किया। इस प्रकरण में टाक की गिरफ्तारी के बाद हिंदु समाज सडकों पर निकल आया था लेकिन पुलिस ने एक नहीं मानी ओर टाक के अलावा पूर्व कार्मगार मंडल अध्यक्ष सुल्तानङ्क्षसह शेखावत के भाई लक्ष्मणङ्क्षसह शेखावत,उनके पुत्र मोतीसिंह शेखावत को भी भादवि की धारा 307 व 353 का आरोपी बना दिया। हांलाकि बाद में जांच के बाद कुछ नाम हटा दिए गए थे। साथ ही अतिरिक्त जिला सत्र न्यायालय ने हिंदुवादी टाक पर लगी 353 की धारा भी हटा दी लेकिन धारा 307 नहीं हटने पर टाक ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखाटाया ओर वहां से उनको न्याय मिला ओर धारा 307 भी हटाने का आदेश जारी कर दिया। इस प्रकरण में पैरवी करने वाले उज्जैन के अभिभाषक विरेन्द्र शर्मा का टाक के नेतृत्व में उज्जैन पहुंचकर सम्मान किया गया। इस दौरान उज्जैन के भारत माता मंदिर परिसर हिंदु जागरण मंच उज्जैन की ईकाई द्वारा नागदा के हिंदु योध्दाओं का सम्मान भी किया गया। उक्त जानकारी हिंदुवादी नेता मोनू ठक्कर ने दी।
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