MP NEWS24- मुक पशुओं के उपचार हेतु तहसील एवं ग्रामीण स्तर पर पशु चिकित्सालय प्रारंभ करने की मांग नागदा शहर के सामाजिक कार्यकर्ता राजेश सकलेचा ने की है।श्री सकलेचा ने मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि इंसानो के लिये तो जगह-जगह चिकित्सालय उपलब्ध है, परन्तु इन बेजुबान मुक पशुओं के लिये कहीं भी ऐसी सुविधा नहीं जहॉं इनका आसानी से ईलाज व उपचार हो सके। श्री सकलेचा ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से मांग की है कि इन बेजुबान मुक पशुओं के लिये भी जिले एवं तहसील स्तरो पर छोटे-छोटे गांवो में जीवदया हास्पीटल बनाए जाए ताकि इन मुक पशुओं का इलाज आसानी से हो सके। उन्होंने कहा कि कई बार देखने में आता है कि बंदर, कबूतर, कौए एवं कई अन्य जानवर बिजली के तारो के करंट से नीचे गिर कर घायल हो जाते है। साथ ही वाहन दुर्घटना में भी मूक पशु घायल हो जाते है जिनका समय पर ईलाज नहीं होने मृत्यु को प्राप्त हो जाते है। कई शहरो व गांवो में देखने में आता है कि इन जानवरो का ईलाज जीवदया प्रेमी अपने खर्च पर करते है। इनका ईलाज करते हुए ये लोग इनकी बिमारी के विशेषज्ञ हो जाते है। ऐसे में सरकार के द्वारा इन्हें प्रोत्साहन दिया जाता है तो निश्चित ही कई बेजूबान जानवर मौत के मुंह से वापस आ सकते है।
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