MP NEWS24-जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 33 गांवों की पेयजल योजना की 17 करोड की स्वीकृति के संबंध में पूर्व विधायक दिलीप शेखावत जनता व मिडिया को बेवकुफ समझने की भुल न करे, जनता सब याद रखती है।विधायक गुर्जर ने किया पलटवार
ये पलटवार करते हुए विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने बताया कि पूर्व विधायक शेखावत द्वारा कल ये समाचार जारी किया है कि जल जीवन मिशन अन्तर्गत 32 गांवों में नल कनेक्शन के लिए राशी की स्वीकृति उनके सक्रिय प्रयासों से हुई है। इसके लिए मुख्यमंत्री से मिले थे और मिडिया में समाचार जारी कर छपवाया है।
दो माह पूर्व ही हो चुकी है 32 गांवों में नल कनेक्शन की राशि की स्वीकृति
श्री गुर्जर ने कहां है कि उक्त योजना की स्वीकृति लगभग 2 माह पूर्व 18 नवंबर 2021 को ही हो गई थी जिसका समाचार हमारे द्वारा 22 नवंबर 2021 को जारी किये थे और प्रिंट मिडिया के कई अखबारों ने जिसमें भास्कर, स्वदेश अन्य अखबारों ने 23 नवंबर 2021 को प्रकाशित किया था। अपने मिडिया मित्रों से पूर्व विधायक द्वारा उक्त समाचार पुनः अपने नाम से छपवाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है जबकि जनता सच्चाई जानती है।
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पूर्व विधायक के साथ दौरा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ विशेषाधिकारी भंग व प्रोटोकाल उल्लंघन की शिकायत
श्री गुर्जर ने कहां है कि विगत दिनों खाचरौद में अधिकार न होते हुए भी पूर्व विधायक शेखावत अधिकारियों को अपने साथ लेकर क्षैत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यो जो हमारे द्वारा स्वीकृत करवाये गये है का दौरा कर निरीक्षण कर जनता को यह दर्शाने का प्रयास कर रहे है कि सभी विकास कार्य मैं करवा रहा हूॅ कि झुठी वाहवाही लुटने का प्रयास कर रहे है। यदि उन्हें क्षैत्र की जनता की इतनी चिंता है तो नागदा को जिला बनाने के संबंध में क्यों चुप्पी साध लेते है?
पूर्व विधायकों को नहीं है बैठक लेने का अधिकार
श्री गुर्जर ने कहां है कि विगत दिनों विधानसभा में 22 सितम्बर 2020 को श्री रामलाल मालवीय विधायक द्वारा के प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री द्वारा बताया गया था कि पूर्व विधायकों को प्रोटोकॉल के तहत कोई अधिकार नहीं दिए गए है। शासन द्वारा पूर्व विधायकों को शासकीय अधिकारियों के साथ विभिन्न विभागों की समीक्षा मिटिंग/बैठक करने के संबंध में कोई अधिकार नहीं दिए गए थे जानकारी दी गयी थी। परंतु सत्ता का रोब बताकर अधिकारियों को डरा धमकाकर या ट्रांसफर के डर से जो अधिकारी कार्य कर रहे है। यदि अधिकारियों द्वारा इसी प्रकार से विधायकों के विशेषाधिकार का हनन किया गया तो उनके खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार भंग की सूचना व प्रोटोकाल उल्लंघन की शिकायत की जायेगी।
श्री गुर्जर ने मिडिया से भी अनुरोध है कि समाचार की सच्चाई व हकीकत जान कर ही जनता के समक्ष सच्ची बात ही प्रस्तुत करें क्योंकि मिडिया ही लोकतंत्र की चौथास्तंभ है।
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