MP NEWS24-शहर में 15 जून तक मानसून दस्तक दे सकता है। जिसके बाद क्षेत्र में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। ऐसे में शहर की निचली बस्तियों में जलभराव की समस्या आ सकती है। इसका कारण शहर के बड़े नालों में गाद जमा होने से बारिश का पानी बस्तियों में जमा होना है। बावजूद नपा की ओर से बड़े नालों की सफाई के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। नपा की वाहन शाखा वाहनों के मेटेंनेस का ख्याल नहीं रखती है। नपा के स्वास्थ्य विभाग ने बड़े नालों की सफाई के लिए जब वाहन शाखा से जेसीबी की मांगी, तो जवाब मिला कि खराब है, सुधार के लिए भेजी गई है। जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने सफाई कर्मियों की टीम से शहर के छोटे नालों की सफाई कार्य शुरू कराया है।56 ब्लॉक क्षेत्र का नाला उद्योग की ओर से आ रहा है। जो बिरलाग्राम की टापरी क्षेत्र होकर 56 ब्लॉक नदी की ओर जाता है। इस नाले पर 56 ब्लॉक और किल्कीपुरा क्षेत्र को जोड़ने के लिए एक पुलिया है, जो काफी नीचे है। पुलिया में कचरा अटकने से यहां गाद जमा होती है। नाले का पानी दुर्गंध मारता है, जिससे रहवासी पहले ही परेशान है। वहीं थोड़ी से बारिश होने पर पुलिया पर कचरा एकत्रित होने से पानी रहवासी क्षेत्र में जमा होना शुरू हो जाता है। चेतनपुरा क्षेत्र का नाला दशहरा मैदान के पास से होकर कृषि उपज मंडी के पिछले गेट के समीप से जूना नागदा रोड की ओर जा रहा है।
दशहरा मैदान के पास कृषि उपज मंडी के पिछले गेट और जूना नागदा रोड की पुलिया को ऊंचा बनाया गया है। उसके बाद भी नाले में गाद जमा है, सबसे अधिक गाद मंडी गेट के समीप है, यहां कचरे के ढेर की वजह से आधी से अधिक पुलिया का हिस्सा दब गया है। इससे यहां पानी के अधिक रुकने का अंदेशा रहेगा। इसी प्रकार महिदपुर रोड, चन्द्रशेखर मार्ग, रामसहाय मार्ग आदि स्थानों के साथ ही बस स्टेण्ड की नालियों की सफाई की और नपा को ध्यान देना आवश्यक है। शहर के मुख्य मार्गो पर थोडी सी बारिश होने पर जल भराव हो जाता है तथा नालियों के ओव्हरफ्लो होने से गंदगी भी सडक पर फैल जाती है।
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