लोकल यात्री गाडियों में की गई अत्यधिक किराया वृद्धि को वापस लेने की मांग की
श्री गुर्जर ने पत्र में अवगत करया कि न्यूनतम मिराया 10 रूपये से वृद्धि कर 30 रूपये करने से आम आदमी गरीब मजदूर, किसान, छोटे व्यापारियों पर गहरा आर्थिक भार पडेगा। श्री गुर्जर ने कहा कि गत गुरूवार को लोकट रेल प्रारंभ की उसके ठीक दो दिन बाद ही रेल मंत्रालय ने आदेश जारी कर सभी लोकल ट्रेनों में मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह ही किराया वसूल करने को कहा गया है।
महामारी के दौर में मुनाफे का अवसर न ढूंढे रेल प्रशासन
श्री गुर्जर ने पत्र में बताया कि लाॅक डाउन के बाद बंद की गई ट्रेने धीरे-धीरे शुरू की गई लेकिन आम यात्रियों पर किराये का अत्याधिक बोझ डाल दिए जाने से गरीब, मजदुर, किसान, छोटे व्यापारी के साथ रोज अप डाउन करते वालों के सामने जटिल समस्या उत्पन्न हो गई है। रेल मंत्रालय ने खाचरौद से बेडावन्या, नागदा, भाटीसुडा 30 रूपये किराया जो पूर्व में 10 रूपये था उज्जैन का किराया 40 रूपये कर दिया गया जो पूर्व में 20 रूपये का था। श्री गुर्जर ने रेल किराया वृद्धि वापस लेने का आग्रह किया है।
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