65 प्रतिशल लंग्स डेमेज फिर भी जीती लडाई
डाॅ. कुमरावत ने बीमा में उपचार हेतु भर्ती मरीज के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि भैसोला निवासी बुजुर्ग जब एडमिट हुए तब लंग्स का संक्रमण 65 प्रतिशत सीटी स्कैन रिर्पोट में था, आक्सीजन लेवल 82 था तथा शुगर 249, बीपी 160/90 और आयु 72 वर्ष थी। यह अतिगंभीर मरीज थे, उम्र ज्यादा, लंग्स मे संक्रमण ज्यादा, शुगर, बीपी बढ़ा हुआ और आक्जीसन कम.। जिसे उन्होंने तथा टीम ने चुनौती के रुप मे लिया, रेमेडेसिविर इंजेक्शन लगाए, बढ़ती हुई शुगर कंट्रोल करी, कई बार तो इनकी शुगर 450 के ऊपर चली गयी थी। टीम के समर्पण और मेहनत का परिणाम है कि आज यह पूर्ण स्वस्थ्य हो कर डिस्चार्ज हुए। डिस्चार्ज के समय बुजुर्ग की आंखों मे खुशी के आंसू थे उन्होंने पूरे स्टाफ को भगवान के समान बताया और आभार व्यक्त किया।
इन्दौर के मरीज का नागदा में हुआ उपचार
इसी प्रकार कलसी निवासी युवक का अस्पताल में भर्ती होने के समय आक्सीजन लेवल 82 था, शुगर और बीपी बढ़ा हुआ था। ये गंभीर अवस्था में आये थे कोविड टीम की मेहनत का परिणाम है कि यह स्वस्थ्य हो कर डिस्चार्ज हो रहे है। पलसोड़ा मकड़ावन निवासी महिला मरीज, लंग्स संक्रमण 55 से 60 प्रतिशत आॅक्सीजन लेवल 87 था। वह भी स्वस्थ्य होकर घर जा रही है। इसी प्रकार मांगल्या इंदौर निवासी मरीज, जिन्हें शुगर और बीपी दोनो है आक्जीसन लेवल 90 प्रतिशत था उनका भी उपचार नागदा में ही किया गया जो स्वस्थ्य होकर घर लौट रहे है।
मरीजों की संख्या हो रही दिनों दिन कम, पर खतरा अभी टला नहीं
शनिवार को सिविल हाॅस्पिटल के आईसीयू में 4 मरीज भर्ती रहे। इसी प्रकार आईसोलेशन वार्ड में 4 मरीजों को स्वस्थ्य होने के बाद डिस्चार्ज किया गया, वर्तमान में यहाॅं 5 मरीज भर्ती है 1 को रेफर किया गया है। इसी प्रकार बीमा सेंटर पर 4 मरीज डिस्चार्ज किए गए तथा यहाॅं पर अब मात्र 4 मरीज ही भर्ती है। फ्लू ओपीडी में 105 नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें से 78 का कोविड टेस्ट किया गया। इसी प्रकार 381 नागरिकों को टीके लगाऐ गए जिसमें से 18 वर्ष से अधिक आयु वाले 300 युवा शामिल है।
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