MP NEWS24- 17 माह पूर्व कोरोना महामारी के चलते यात्री ट्रेनों में रेल प्रशासन द्वारा मासिक सीजन टिकिट (एमएसटी) को बंद कर दिया था। अब इसको पुनः प्रारंभ करने की कवायत रेल प्रशासन द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। एमएसटी प्रारंभ करने के लिए रतलाम रेल मण्डल द्वारा एक प्रस्ताव बनाकर मुम्बई स्थित पश्चिम रेल्वे के मुख्यालय पर भेजा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही रेल मंडल में एमएसटी की सुविधा को पुनः प्रारंभ कर दिया जावेगा। एमएसटी सुविधा प्रारंभ होने से क्षेत्र के 10 हजार से अधिक प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्रियों को लाभ मिलेगा। हालांकि इसका लागू करने से पूर्व कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा भी विभाग द्वारा की जा रही है।रेल्वे ने कोरोना काल से बाहर आते हुए कई यात्री गाडियों को पुनः प्रारंभ कर दिया है। हालांकि अभी भी यात्री गाडियों को स्पेशल ट्रेनों का दर्जा देकर ही चलाया जा रहा है। रतलाम मण्डल की बात करें तो कोटा-रतलाम मेला एक्सप्रेस को स्पेशल रूप से नागदा तक ही चलाया जा रहा है, जबकि रतलाम मथुरा मेमू को भी अभी तक प्रारंभ नहीं किया गया है। हालांकि मण्डल द्वारा काफी यात्री गाडियों को प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन इनमें भी सामान्य रूप से मिलने वाले अनारक्षित टिकिटों को कई यात्री गाडियों में अभी भी अनुमती नहीं दी गई है। सिर्फ चुनिन्दा यात्री गाडियॉं है जिनमें अनारक्षित टिकिट प्रारंभ किए गए है। जिसके चलते यात्रियों का एक बडा समूह अनारक्षित टिकट के साथ ही एमएसटी सुविधा बहाल किए जाने की मांग कर रहा है।
रेल मंडल के वाणिज्य विभाग ने एमएसटी के लिए मंगलवार को प्रस्ताव बनाकर वरिष्ठ कार्यालय को भेजा है तथा राज्य शासन से भी अभिमत मांगा गया है। वरिष्ठ कार्यालय एवं राज्य शासन द्वारा अपना अभिमत यदि सकारात्मक दिया जाता है तो संभवतः एक सप्ताह के भितर ही यात्री गाडियों में एमएसटी की सुविधा प्रारंभ हो सकती है। गौरतलब है कि एमएसटी की सुविधा प्रारंभ होने से एक बार फिर से यात्री गाडियों में भीड बढने का अंदेशा है। इसी के चलते पश्चिम रेलवे द्वारा एमएसटी सुविधा अभी तक कहीं भी प्रारंभ नहीं की गई है। हालांकि पश्चिम-मध्य रेल्वे द्वारा इसकी शुरूआत कर दी गई है, जिसके बाद मण्डल द्वारा भी प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।
रतलाम मंडल अंतर्गत रतलाम, नागदा, उज्जैन, देवास, इंदौर दाहोद, मंदसौर, नीमच, चित्तोडगढ जैसे प्रमुख स्टेशनों से प्रतिदिन करीब 10 हजार के लगभग यात्री एमएसटी टिकिट पर यात्रा करते हैं। जिससे रेल प्रशासन को भी एक बडी आय होती है।
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