MP NEWS24- शहर के मध्य स्थित हनुमान मंदिर दशहरा मैदान की बेशकीमती जमीन पर इन दिनों सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं की नजर है। मंदिर के समीप ही रहने वाले कतिपय प्रभावशाली लोगों द्वारा अपने रूतबे का रोब झाडकर हनुमान मंदिर की जमीन पर नगर पालिका के माध्यम से सडक का निर्माण किया जा रहा है। जबकि जिस स्थान पर यह निर्माण किया जा रहा है उस स्थान पर पूर्व में आने-जाने का मार्ग था, लेकिन कतिपय लोगों द्वारा अपनी सुविधा के लिए अपने रूतबे का दुरूपयोग कर रहे है।यह आरोप पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष तथा हनुमान मंदिर समिति के संरक्षक एवं हनुमान मंदिर धर्मशाला निर्माण समिति के अध्यक्ष बालेश्वर दयाल जायसवाल ने लगाया है। श्री जायसवाल ने कहा कि आज से लगभग 45 वर्ष पूर्व नगर में जब ग्राम पंचायत लगती थी उस समय हनुमान मंदिर की जमीन पर एक बगीचा निर्माण का शिलान्यास मध्यप्रदेश शासन के तात्कालीन मंत्री जगमोहन दास ने किया था। लेकिन कई वर्षो तक बगीचे का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया। 1982 में जब वह नगर पालिका अध्यक्ष बने थे उस समय इस बगीचे का निर्माण कर नगर पालिका को हस्तांतरित कर इसकी देख-रेख के लिए कर्मचारी की नियुक्ति भी की गई थी तभी से इस बगीचे में काफी पेड-पौधे लगाऐ गए थे तथा यहॉं पुष्प आदि भी उगा करते थे, तथा बच्चे के मनोरंजन का उपर्युक्त स्थान था।
श्री जायसवाल ने कहा कि विगत 15 वर्षो से नगर पालिका की उदासीनता के चलते बगीचा उजाड होने लगा। धीरे-धीरे बगीचे की बाउण्ड्री भी जर-जर हो गई। नतीजन अब क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा उस पर अतिक्रमण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि लगभग 4 माह पूर्व तातकालीन नगर पालिका मुनपा अधिकारी भविष्य कुमार खोब्रागडे ने भी इस कार्य को रूकवा दिया था। नगर पालिका ने लगभग 12 फीट की रोड स्वीकृत की थी लेकिन कतिपय प्रभावशाली लोगों द्वारा 20 फीट रोड की मांग की गई थी, जिसे ततकालीन मुनपा अधिकारी खोब्रागडे ने नामंजुर कर दिया था। लेकिन अब श्री खोब्रागडे के नागदा से स्थानांतरित होते ही ऐसे लोगों द्वारा पुनः कार्य प्रारंभ करवाया जा रहा है, जिसे नगर पालिका तुरंत रोके।
श्री जायसवाल ने कहा कि प्रशासनिक अमला इस मामले को गंभीरता से ले और मंदिर की भूमि पर कोई निर्माण कार्य नहीं करे।
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