डाॅ. चैधरी ने कहा कि वर्तमान में दिन-प्रतिदिन कोरोना के मरीज शहर में बढते जा रहे है। 90 प्रतिशत ओपीडी में आने वाले मरीज सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रसित होते हैं तथा इनमें से ज्यादातर को कोरोना होता है। उन्होंने कहा कि सामान्य मरीज तो होम आईसोलेशन में अपना उपचार करवा रहे है लेकिन जिनका आॅक्सीजन लेवल कम होता है उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है।
डाॅ. चैधीर ने कहा कि सभी नागरिक एकजुट होकर इस महामारी से निपटने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को उनसे स्वास्थ्य संबंधी कोई सलाह प्राप्त करनी हो तो वह उनसे संपर्क कर सकता है।
सीटी स्कैन कोरोना का उपचार नहीं
डाॅ. चैधरी ने कहा कि वर्तमान में देखा जा रहा है कि हर व्यक्ति सीटी स्कैन की काॅपी लेकर घुमते हुए दिखाई दे रहे है। उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन कोरेाना का ईलाज नहीं है, यदि किसी को सर्दी, खांसी, बुखार है तो उसका उपचार चिकित्सक से कराऐं यदि आराम नहीं मिले तो एक्स-रे करवाऐं, जांच करवाऐं। उसके बाद ही सीटी स्कैन करवाऐ। क्योंकि दुसरे-तिसरे दिन ही सीटी स्कैन करवाने से संक्रमण कम ही दिखता है लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं होता है। ऐसे में चिकित्सकों की सलाह उपरांत ही सीटी स्कैन कराऐं। डाॅ. चैधरी ने बिमारी से ग्रसित कोई भी व्यक्ति बिलकुल भी नहीं घबराऐ। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन के दौरान ही 40-50 एसपीओ-2 लेवल वाले व्यक्ति भी स्वस्थ्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आॅक्सीजन लेवल जिनका 90 से नीचे जाता है उसी व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है।
एसएमएस का पालन करें नागरिक
डाॅ. चैधरी ने कहा कि सभी नागरिकों को मास्क का उपयोग करना चाहिए साथ ही फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए यदि बाहर आ जा रहे हैं तो निरंतर अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए एवं कोरोना के नियमों का पालन करना चाहिए।
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