Nagda(mpnews24)। वैश्विक महामारी कोरोना ने त्योहारों और पर्वों पर ग्रहण सा नजारा कर दिया है। बुधवार को राम नवमी होने पर भगवान रामजी के मंदिर सूने दिखाई दिए। घरों में ही भगवान रामजी का पूजन किया गया। रामनवमी के साथ ही चैत्र नवरात्रि का समापन हो गया है। प्रतिवर्ष रामनवमी के अवसर पर निकलने वाली शोभा यात्रा विगत दो वर्षो से कोरोना महामारी के कारण नहीं निकल पा रही है। शौभा यात्रा शहर में बहुत ही धुमधाम से निकाली जाती है लेकिन इस वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते प्रशासन का सख्त आदेश होने से यात्रा का आयोजन नहंीं हो पाया।
चैत्र मास की नवमी पर भगवान रामजी के जन्म होने का दिन माना गया है। रामनवमी के अवसर पर लक्कडदास मंदिर में सुबह पूजन अभिषेक किया गया तथा दोपहर 12 बजे महाआरती की गई। उसके बाद मंदिर के पट दोबारा से बंद कर दिये गए। शहरवासियों द्वारा घरों में भी रामनवमी का पूजन किया गया। रामनवमी के साथ ही नवरात्रि के 9 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बार नवमी के दिन कन्या भोज के आयोजन भी कोरोना संक्रमण के चलते नहीं हो सके।
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लक्कडरास मंदिर में भगवान की पूजा की गई
ओझा मार्ग स्थित लक्कडदास मंदिर में दोपहर 12 बजे रामनवमी के अवसर पर भगवान रामजी की पुजा की गई। इस अवसर पर मंदिर में भक्तजनों ने सिमित संख्या में उपस्थित होकर महाआरती में भाग लिया। रघुवंशी धर्मशाला में भी रामनवमी का पर्व मनाया गया। यहाॅं पर भी सिमित संख्या में भी समाजजन उपस्थित हुए। रघुवंशी धर्मशाला में अखण्ड रामायण पाठ का समापन भी हुआ इस अवसर पर हवन, पूजन एवं महाआरती के आयोजन भी हुए। इसी प्रकार अन्य धार्मिक स्थलों पर भी रामनवमी का पर्व मनाया गया।
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