नागदा--तरणताल हादसे की मजिस्ट्रेट जांच एवं परिवार को 1 करोड के मुआवजे हेतु एसडीएम एवं सीएसपी को दिया ज्ञापन।

MP NEWS24-नागरिक अधिकार मंच नागदा द्वारा तरणताल हादसे में शिवम आंजना की डूबने से हुई मौत को नगर पालिका नागदा की लापरवाही बताते हुए एसडीएम एवं सीएसपी को ज्ञापन देकर घटना की मजिस्ट्रेट से जांच किये जाने एवं पीड़ीत परिवार को 1 करोड का मुआवजा दिये जाने की मांग की गई है।

मंच के अध्यक्ष अभय चोपडा एवं संयोजक शैलेन्द्रसिंह चौहान ने बताया कि नगर पालिका नागदा द्वारा तरणताल निर्माण के गजट नोटिफिकेशन का पालन नहीं करते हुए नपा इंजीनियर द्वारा डीपीआर बनाई गई जिसकी अवैध स्वीकृति नगरीय प्रशासन उप संचालक उज्जैन द्वारा दी गई। नपा द्वारा शासन के खाते से अवैध रूप से पैसा निकालकर तरणताल का निर्माण करवाया गया तथा क्षमता के विपरीत इसका संचालन किया गया। क्षमता के अनुरूप प्रशिक्षक नियुक्त नहीं किये गये जिससे उपरोक्त हादसा घटित हुआ जिसमें नगर पालिका के समस्त अधिकारी दोषी है। साथ ही नपा द्वारा तरणताल संचालन का लायसेंस नहीं लिया गया है एवं लायसेंस के अनुसार उचित मापदण्डो का पालन नहीं किया गया। नपा द्वारा जानबुझकर की गई इस लापरवाही से गैरइरादतन हत्या का अपराध सिद्ध होता है।
ज्ञापन में मांग की है कि उक्त घटना की मजिस्ट्रीयल जांच किया जाना अतिआवश्यक है क्योंकि नपा अधिकारी मीडिया के माध्यम से बयान देकर शासन-प्रशासन को गुमराह करते हुए अपने आप को बचाने का प्रयास कर रहे है। बालक की मृत्ये को 20 घंटे से अधिक समय बीत चुका है किंतु जवाबदार अधिकारियों ने अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं करवाई है। घटना के समय उपस्थित लोगो ने स्वीकार किया कि वहाँ लगातार निरीक्षण करने वाला कोई भी नहीं था।
नागरिक अधिकार मंच द्वारा मांग की है कि नपा से तरणताल संचालन का लायसेंस की कॉपी ली जाए एवं घटना की मजिस्ट्रेट से जांच करवाई जाए साथ ही पीड़ीत परिवार को 1 करोड रू. का मुआवजा राशि प्रदान करवाई जाए। साथ ही शासन के गजट नोटिफिकेशन दि. 29/6/2011 के अनुसार समस्त मापदण्ड पुरे नहीं हो जाते तब तक तरणताल का संचालन पर प्रतिबंध लगाया जाए।

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