नागदा - श्री महालक्ष्मी का महापूजन होगा आज, पकवानों का लगाया जाएगा भोग



Nagda(mpnews24)।   रोशनी का महान धार्मिक पर्व दीप उत्सव का उल्लास यूं तो कई दिनों से अंचलवासियों में दिखाई दे रहा था। अब धन धान्य व समृध्दि की देवी श्री महालक्ष्मीजी का आज महापूजन होने वाला है। एक मायने में मां लक्ष्मी आज प्रत्येक घर पर दस्तक देगी तथा श्रृध्दालु शुभ मुर्हूत में लक्ष्मीजी की पूजा अर्चना कर धर्मलाभ अर्जित करते हुए घरों में बनाए गए पकवानों के अलावा मिठाईयां व आदि का भोग लगाकर सुख समृध्दि की कामना करेगे। इस मौके पर आतिशबाजी के नजारे भी दिखाई देगे। श्री लक्ष्मीजी के आगमन को लेकर घर द्वारा से लेकर चैक चैराहे व बाजार भी जगमगाती रोशनी में नहाया हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते इस बार की दीपावली के उल्लास में कुछ कमी भी दिखाई दे रही है तथा इसका असर पडवा पर भी दिखाई दे सकता है।



रूप चैदस पर महिलाओं ने निखारा रूप
दीप पर्व के दौर में धनतेरस के बाद दूसरे दिन रूप चैदस का पर्व छोटी दिपावली के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर महिलाए श्रृंगारित होकर नवीन वस्त्र धारण कर मंदिरों में पूजा अर्चना कर पुण्य लाभ अर्जित करती है। रूप चैदस के पुनीत मौके पर रूप निखारने के लिए महिलाओं ने कोई कमी पेशी नहीं छोडी थी। ब्यूटी पार्लरों से लेकर घरों पर भी सजने सवरने के कार्यो को अंजाम दिया गया। शाम को मंदिरों में पहुंचकर महिलाओं ने दीप मालाए प्रज्जवलित कर भगवान का आर्शीवाद प्राप्त किया। आज श्री लक्ष्मीजी के आगमन पर उनके पूजन की भी सम्पूर्ण तैयारियां पूर्ण होने वाली है। बाजार में आज खरीददारी का अंतिम दौर रहेगा। वैसेे शुक्रवार को रूप चैदस के मौके पर विशेष भीड़ भरे नजारे देखने को नहीं मिले। परंतु आज मिठाई व नमकीन के अलावा फल, फूल एवं पूजा साम्रगी के अलावा गन्ने की खरीदी का कार्य होगा। सुबह से ही बाजार में फूल मालाए, लडियो की दुकाने गुलजार होने लगेगी। कई दिनों से गेंदा फूल की मालाए बनाने का काम युध्द स्तर पर अंचल में किया जा रहा है। कुल मिलाकर दीप पर्व की खुशी का हर तरफ दिखाई दे रही है। बच्चों से लेकर युवा, युवतियों एवं ग्रहणियों में भी इस पर्व को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा है।



बाजार में आज भी चला खरीददारी का दौर
दीपोत्सव पर आतिशबाजी का भी एक अपना ही अलग अंदाज रहता है, हालांकि कोरोना काल में बुद्धीजीवी वर्ग ने पटाखे फोडने से परहेज करने की बात कही है। मां लक्ष्मी की पूजा के बाद घर आंगन के बाहर व चैक चैराहों पर खुशी जाहिर करने के लिए आतिशबाजी की जाती है तथा पटाखों के धमाको से यह संकेत दिया जाता है कि मां लक्ष्मी ने दस्तक दे दी है और उनकी पूजा भी हो रही है। दीप पर्व को लेकर बीते वर्षो की तरह इस वर्ष भी चंबल तट स्थित श्री मुक्तेश्वर महादेव मेला प्रागंण क्षेत्र में पटाखा बाजार लगाया गया है। हांलाकि इस बाजार में कोई विशेष भीड़ अभी तक के दौर में देखने को नहीं मिली है। बच्चों को आकर्षित करने के लिए रंग बिरंगी फूल झडियों के अलावा मोरपंखी पटाखे भी इस बार दिखाई दे रहे हैं। त्यौहार को लेकर शनिवार को भी बाजार गुलजार दिखाई दिए। इस बार त्यौहार को मनाने के लिए नागरिकों ने आवश्यक वस्तुओं की ज्यादा खरीददारी की तथा अपनों की हर मनोाकमना पूर्ण करने का प्रयास हर कोई करते हुए दिखाई दे रहा था।

आर्टीफिशियल सामग्री की रही भरमार
घर सजाने के लिए उपयोग में आने वाली आर्टीफिशियल सामग्री की भरमार बाजारों में दिखाई दी। शहरवासी घर सज्जा के लिए फुल, बेल, तोरण द्वार, फूल मालाऐं, गुलदस्ते, पोस्टर आदि सामग्री खरीदते हुए दिखाई दिए। इसी प्रकार नमकीन एवं मिठाई की खरीददारी भी जमकर हुई। वहीं किसानों ने पशु श्रृंगार की वस्तुओं की भी जमकर खरीदी की। यहाॅं का बाजार भी गुलजार नजर आ रहा था। वैसे इलेक्ट्रानिक युग के दौर में पशुओं की कमी कम होती जा रही है लेकिन जिन किसानों के पास पशु हैं उन्हें भी अपने परिवार का अंग समझ कर उनके श्रृंगार की सामग्री खरीदने में पीछे नहंी रहते हैं। बाजार में अत्यधिक भीड को नियंत्रित करने के लिए यातायात पुलिस एवं प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंधन किए गए थे। मुख्य मार्गो पर वाहनों को प्रतिबंधित तक कर दिया गया था जिससे की नागरिकों को खरीददारी में कोई परेशानी आदि नहीं आए।
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