Nagda(mpews24)- नागदा के इतिहास मे पहलीबार प्रशासन सन् १९९० तक के भूमाफियाओ के घोटाले को उजागर करते हुए लगभग १०० से ज्यादह लोगो के गले मे शिकंजा कसने कि चर्चा शहर मे जोरो पर है । फिलहाल ४ व्यापारी पुलीस हिरासत मे है । एवं केन्द्रीय मंत्री सांसद व अन्य प्रभावी नेताओ के दबाव चलते मामला पेंडिंग हो गया है । भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कि पहल पर प्रशासन उक्त घोटाला उजागर करने को तैयार हुआ । और फोरी कार्यवाही करते हुए बारह लोगो पर नपा परिषद नागदा द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाकर अनु अधिकारी आशुतोष गोस्वामी ने प्रकरण पंजीबद्ध करवा दिये । इनमे मे चार व्यापारी को पुलीस द्वारा गिरफ्तारी के लिये उठा लिया है ।
इससे पूर्व इन सभी व्यापारियो को सूचना पत्र जारी किये थे और निर्धारित समयावधि मे कुछ व्यापारियो ने अपना उत्तर सम्बधित अधिकारियो को प्रस्तुत कर दिया था तथा बगैर सुनवाई के अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी शुरू कर दी गई जिससे व्यापारियो मे हड़कम्प मच गई । अफरा तफरी के माहोल मे कई लोग शहर से फरार हो गये । बताया जाता है कि कुछ भाजपा नेता इन व्यापारियो पर कांग्रेसी होने का आरोप लगाते हुए विधानसभा चुनाव मे भाजपा को खुलेआम हराने का काम किया है ।
लेकिन इन भूमाफियाओ के पक्ष मे जब भाजपा का शीषर्थ नेतृत्व आया तो प्रशासनिक अधि करियो का मनोबल कमजोर हुआ है । लेकिन अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी के हिम्मत और साहस कि शहर मे भूरि भूरि प्रशंसा कि जा रही है
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