पेंशन संबंधित न्यायालय में चल रहे प्रकरण का शीघ्र निराकरण किया जाना चाहिये। वर्तमान में कारखाना बन्द होने या वीआरएस होने की दशा में 10 वर्ष सेवाकाल के साथ 50 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त श्रमिको को कटोत्रा पेंशन दी जाती है, इस स्थिति में पेंशनर की आयु 58 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात् पूर्ण पेंशन का लाभ दिया जाना चाहिये। वरिष्ठ नागरिक एवं पेंशन कल्याण महासंघ नागदा ने मांग की है कि समस्त पेंशनभोगियों को न्यूनतम पेंशन 10 हजार रूपये की जावे। साथ ही पेंशन को महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जावे। महासंघ द्वारा प्रधानमंत्री एवं श्रम मंत्री को ज्ञापन देकर कहा है कि इसी बजट में उक्त गंभीर विषय को संज्ञान में लेकर पेंशनभोगियों के हित में न्यायोचित कार्यवाही किया जाकर आदेश प्रदान किया जावे।
धरना प्रदर्शन के मौके पर महासंघ संरक्षक सुल्तानसिंह शेखावत, विधायक प्रतिनिधि सुबोध स्वामी, सांसद प्रतिनिधि प्रकाश जैन, सत्यनारायण शर्मा, मोहब्बतसिंहजी, इंटक से विजयसिंह रघुवंशी, एटक के नटवरसिंह यादव, एचएमएस से आनंद दीक्षित उपस्थित थे। प्रदर्शन में उपस्थित सैकड़ो पेंशनरो के द्वारा नागदा में रहवासी 5000 पेंशनरो के माध्यम से सभी सांसदो को ई मेल एवं पोस्ट के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किये जायेंगे। यदि फिर भी पेंशन बढ़ोतरी की मांग की ओर ध्यान नहीं दिया जायेगा तो आंदोलन को तेजकर संसद पर करोड़ो पेशंनधारी प्रदर्शन करेंगे।
धरनास्थल पर उपस्थित सभी ने तहसीलदार राजेन्द्र गुहा के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं श्रम मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर अपील की है कि पेंशनरो की मांगो को शीघ्र पूरा किया जावे। कार्यक्रम में ज्ञापन का वावचन महासंघ अध्यक्ष गिरधारीसिंह शेखावत ने किया व संचालन सचिव गिरधारीलाल सोनी ने किया। आभार श्री विजय पाराशर ने माना। इस अवसर पर सत्यनारायण परमार, प्रेमजी भाटिया, जगदीशजी सिसौदिया, सुरेश माहेश्वरी, हरिसिंह सोलंकी, सुरेश शर्मा, पारसनाथ साहू, भुपेन्द्रसिंह बुंदेला, जी. फर्नाण्डिज आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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