Nagda(mpnews24)- भारतीय संविधान द्वारा आम नागरिकों को प्रदत्त अधिकारों के उपयोग के साथ ही हम सभी को चाहिए कि हम दैनिक जीवन में अपने कर्तव्यों के पालन के प्रति जागरूक हों ताकि समाज में कानून व्यवस्था सुचारु रुप से संचालित हो सके।
उक्त विचार खाचरौद तहसील के ग्राम चिरोला में विधिक सहायता समिति द्वारा शनिवार को आयोजित कानूनी जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक सक्सेना ने प्रमुख अतिथि के रूप में प्रकट किये।
शिविर की अध्यक्षता करते हुए अभिभाषक संघ खाचरौद के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश चौरड़िया ने कहा की पंचों के माध्यम से छोटे-छोटे विवादों में परस्पर समझौता करने की परंपरा भारतीय समाज में प्राचीन समय से रही है। वर्तमान न्याय प्रणाली में प्रचलित लोक अदालतों की व्यवस्था उसी परंपरा का सुधरा हुआ स्वरूप है। आपने लोक अदालतों से विवादों के परस्पर समाधान करने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे परस्पर स्नेह संबंधों का विकास होगा जिससे एक शांतिपूर्ण एवं समृद्ध समाज के निर्माण में सहायता प्राप्त होगी।
इस अवसर पर व्यवहार न्यायाधीश श्री गिरीश शर्मा ने भूमि संबंधी विवादों को सुलझाने के लिए कानूनी प्रावधानों की जानकारी आम लोगों को होना आवश्यक बताते हुए कहा कि विधिक जानकारी होने से तथा विधि का पालन करने से आमजन दैनिक जीवन में आने वाली कठिनाइयों एवं परेशानियों से बच सकता है जिससे समाज में समय श्रम एवं धन के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा।
इस अवसर पर अभिभाषक संघ के सचिव संदीप चौधरी व अभिभाषक मनीष शर्मा ने उपस्थित ग्रामीणों को विधि संबंधी जानकारी प्रदान की। प्रारंभ में सरपंच श्रीमति पायल रामप्रसाद, सचिव रमेशचंद्र प्रजापत सहित ग्राम वासियों ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन अभिभाषक उमाशंकर पाटीदार तथा आभार प्रदर्शन सरपंच प्रतिनिधि रामप्रसाद ने किया। इस अवसर पर न्यायिक कर्मचारी मनोज गजभिये, पुलिसकर्मी व बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
Post a Comment