क्या है मामला
मामले में शिकायतकर्ता विशाल गुर्जर ने बताया कि उनके द्वारा 9 फरवरी को एक शिकायत रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को वार्ड क्र. 10 चन्द्रशेखर आजाद मार्ग स्थित गुरू टेकचंद दर्जी धर्मशाला में मतदान का कार्य कर रही बीएलओ रचना जटिया द्वारा सत्ता पक्ष के पूर्व पार्षद व उनके पुत्र के साथ मतदान केन्द्र पर बैठकर राजनीतिक दबाव में मतदाता सूची में नाम बढाने व घटाने का कार्य करने पर कार्रवाई करने की मांग की थी। परन्तु कोई कार्रवाई नहीं की गई।
शिकायकर्ता के समक्ष हो नाम काटे जाने के आवेदनों की जांच
शिकायकर्ता ने बताया कि उसके बाद उन्होंने पुनः एक शिकायत की गई जिसमें कहा था कि 7 फरवरी से लेकर आज दिनांक तक बी.एल.ओ. द्वारा प्रेषित किये गये समस्त नवीन मतदाताओं के फार्म की जांच हमारी उपस्थिति में कराकर वास्तविक मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाये। साथ ही यह इस बात से भी अवगत कराया था कि वार्ड क्रं. 10 की बीएलओ द्वारा जानबुछकर सत्ता पक्ष के राजनैतिक दबाव में ऐसे मतदाताओं के नाम जोडने के फार्म भरे जा रहे है जो उक्त वार्ड में कभी निवासरत हीं नही रहे है ना ही उनका उक्त क्षैत्र से कोई जीवंत सम्पर्क है मात्र राजनैतिक दल को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से उक्त मतदाताओं के नाम बीएलओ द्वारा बढाये जा रहे है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि वार्ड के बाहर के लोगों के नाम भी राजनीतिक दबाव में वार्ड क्र. 10 में सम्मिलित किए गए है जो वार्ड में निवासरत ही नहीं है। ऐसे में जो वार्ड के निवासी ही नहीं है उनके नाम आखिर किस आधार पर नवीन तरीके से मतदाता सूची में सम्मिलित कर लिए गए। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गया है।
रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने जारी किया सूचना पत्र
गौरतलब है कि भाजपा के पदाधिकारी सुनील जटिया की धर्मपत्नि रचना जटिया है तथा रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा ही इन्हें बीएलओ बना रखा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रस्ट्रिीकरण अधिकारी एवं एसडीएम द्वारा संबंधित बीएलओ को सूचना पत्र जारी कर 2 दिवस में अपना लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश जारी कर दिए है।
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