Nagda(mpnews24)। आध्यात्मिक चातुर्मास के अन्तर्गत पुज्य मुनिवर को चातुर्मास काल में वाचन हेतु उत्तराध्ययन उदयभान वीरभान सुत्र को आज लाभार्थी परिवार हेमंतकुमार सुरेन्द्रकुमार कांकरिया परिवार द्वारा वोहराया गया। सुत्र को पुर्ण विधि विधान से शोभायात्रा के रूप में लाभार्थी परिवार के निवास स्थान से नगर के प्रमुख मार्गाे से होता हुआ स्थानीय रानी लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित पाठशाला भवन पहुंचा, जहाँ पुज्य मुनिवर को अष्टप्रकारी पुजा पुर्ण कर सुत्र वोहराया गया। अष्टप्रकारी पुजन के लाभार्थी मधुबहन सुभाष नागदा परिवार एवं ज्ञानपुजा के लाभार्थी सरदारमल विमलचन्द्र नागदा, प्रमोदकुमार सुनीलकुमार कोठारी, संजयकुमार सोनवजी वागरेचा, नेमीचन्द राजेश मेहता, सुरेन्द्रकुमार नरेन्द्रकुमार संचेती एवं सोनारूपा फुलों से बधाने का लाभ संजयकुमार मनोहरलाल वागरेचा परिवार द्वारा लिया गया।
तत्पश्चात् ज्ञान की आरती का लाभ जितमल कोयंबटुर वालो द्वारा लिया गया। पुज्य मुनिवर ने उत्तराध्ययन सुत्र के बारे में बताया कि यह सुत्र प्रभु महावीर की अंतिम समय की देशना जो कि प्रभु महावीर ने लगातार 48 घंटे तक वाचन किया एवं उदयभान और वीरभान दो भाईयों के जीवनकाल की गाथा है जिन्होंने विपरीत समय काल और परिस्थितियों में भी धर्म का साथ नहीं छोड़ा।
इस अवसर पर श्रीसंध अध्यक्ष हेमंत कांकरिया, सचिव मनीष सालेचा व्होरा, कोषाध्यक्ष हर्षित नागदा, चातुर्मास अध्यक्ष रीतेश नागदा, राजेश गेलड़ा, निलेश चैधरी, सुनील वागरेचा, सुनील कोठारी, कांतिलाल कोचर, विरेन्द्र सकलेचा, सुभाष गेलडा, मनोज वागरेचा, आयुष बोहरा, अमृतलाल ओसतवाल, अनिल मेहता, पंकज बोहरा, पंकज कुंवर, दिपक गांग, अभय चोपड़ा, सुभाष कांकरिया एवं सभी श्रीसंघ के गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।
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