MP NEWS 24 -सिद्ध भगवान बतलाते है कि नवकार महामंत्र के ध्यान करने से मस्तिष्क के रोग, शारीरिक पीड़ा, मन में चल रही उलझने दूर होती है तथा कई परेशानियों का सार नमस्कार महामंत्र में है।
नागदा नगर में चातुर्मास हेतु विराजित मुनि श्री चंद्रयशविजयजी एवं मुनि जिनभद्रविजयजी म.सा. ने प्रवचन के माध्यम से एवं अलग-अलग मुद्राओं द्वारा नमस्कार महामंत्र के अनुष्ठान का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ। इन मुद्राओं को करने से सिद्धियों को प्राप्त कर मार्ग में विचरने वाले देवी-देवता हमारे सहायक बनकर जीवन के उत्थान के लिए मार्ग प्रशस्त करते है।
नगर की सुख शांति समृद्धि एवं विश्व महामारी कोरोना से मुक्ति हेतु मुनि श्री द्वारा नमस्कार महामंत्र की आराधना करवाई जा रही है। जिसमें श्रीसंघ के 108 तपस्वियों द्वारा तप आराधना की जा रही है। चल रही आराधना के अंतर्गत द्वितीय दिवस में नवकार जाप अनुष्ठान का आयोजन किया गया जिसका लाभ श्रीमती नुतनदेवी प्रकाशचन्द्रजी सालेचा व्होरा परिवार द्वारा लिया गया। विभिन्न मुद्राओं में नमस्कार महामंत्र की आराधना किस प्रकार की जानी चाहिये विवरण में मुनिश्री द्वारा बताया गया। नमस्कार महामंत्र में प्रथम दिवस एकाशने का लाभ श्रीमती दाखाबाई शांतिलालजी सकलेचा एवं द्वितीय दिवस का लाभ श्रीमान् अशोककुमार अंकितकुमार अंशुलकुमार ओरा(प्रेमभाव) परिवार द्वारा लिया गया। गुरूदेव के माल्यार्पण का लाभ श्रीमान् कांतिलालजी सोभागमलजी मानमलजी राजेशजी गेलड़ा परिवार ने लिया। कार्यक्रम का संगीतमय संचालन सोनव वागरेचा ने किया।
कार्यक्रम में श्रीसंघ अध्यक्ष हेमंत कांकरिया, चातुर्मास समिति अध्यक्ष रीतेश नागदा, संघ सचिव मनीष व्होरा, भंवरलालजी बोहरा, सुनील कोठारी, बृजेश बोहरा, अभय चोपड़ा, मुकेश बोहरा, दिलीप ओरा, अभिषेक कोलन, हर्षित नागदा, अमृत ओसतवाल, सुरेन्द्र कांकरिया, राकेश ओरा, सुनील वागरेचा, रीतिक ओरा, मनोज वागरेचा, निलेश चौधरी, यश गेलडा, अभय बोहरा, राजेन्द्र कोचर, भावेश बुरड, नरेन्द्र संचेती के साथ संघ के कई गणमान्य सदस्य मौजूद थे।
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