MP NEWS24- भागवत के श्रवण मात्र से कई पुण्यो का फल प्राप्त होता है। यह मनुष्य के जीवन में ज्ञान, वैराग्य एवं भक्ति की स्थापना करता है। यह बात पोरवाल समाज द्वारा बद्रीविशाल मंदिर में चल रही भागवत कथा के समापन अवसर पर पं. सुनिलकृष्ण व्यास (बेरछामण्डी) ने कही। पं. व्यास ने कहा कि भागवत कथा सुनने से मुक्ति मिलती है। यह मुक्ति का सही माध्यम है। श्रीमद् भागवत श्रीकृष्ण का शब्दरूपी स्वरूप है। जिसका केवल दर्शन करने से जीवन के सारे पाप नष्ट हो जाते है।इस अवसर पर कथावाचक पं. व्यास का पोरवाल समाज की ओर से समाज अध्यक्ष नन्दकिशोर पोरवाल, उपाध्यक्ष कैलाश सेठिया एवं मंदिर समिति सदस्यो ने शॉल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। तत्पश्चात् भागवत पोथी की महाआरती सम्पन्न हुई। शासन की गाईडलाईन अनुसार भागवत पोथी की शोभायात्रा मंदिर परिसर में ही निकाली गई। इस मौके पर पोरवाल समाज के गणमान्यजन, समाजजन एवं महिलाएं सीमित संख्या में उपस्थित थी।
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