MP NEWS24-मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में लगभग 9 हजार बच्चों ने माता या पिता दोनो में से एक को खोया है ये 9 हजार बच्चे अनाथ हुए है।विधायक गुर्जर ने की मांग
विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने बताया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जी कोरोना काल के समय यह घोषणा की थी कि इन अनाथ बच्चों को सहारा देने के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना लागू की है इसके तहत कोरोना में जिस बच्चे के माता या पिता की मृत्यु हो गई है उनकी पढाई का खर्च सरकार वहन करेगी वहीं इन्हें पांच हजार रूपये मासिक पेंशन भी दी जाएगी लेकिन अब सरकार ने मंत्रालय के सुत्रों से यह स्पष्ट हो रहा है कि इस योजना में सिंगल पेरेंट बच्चो को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा जिनकी संख्या प्रदेश में लगभग 9 हजार हैं।
अपनी ही घोषणा से बदल रही सरकार
श्री गुर्जर ने यह भी बताया कि मंत्रालय द्वारा आपके निर्देश पर जो ड्राट तैयार किया था उसमें यह स्पष्ट था कि कोरोना से जिनकी मृत्यु हुई है उन बच्चों के परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है वे इस योजना के पात्र है लेकिन सरकार के निर्देश पर फिर एक बार जो फाईनल ड्राट तैयार किया उसमें यह बदलाव कर दिया है कि फार्म का बिन्दू क्रं. 4.4 हटा दिया जबकि पहले ड्राट में सिंगल पेरेंट बच्चो को लाभ के लिए पात्र माना था।
श्री गुर्जर ने यह भी बताया कि 13 मई 2021 को इस योजना की घोषणा की थी इस योजना में तहत 21 वर्ष की उम्र तक इस योजना में हर महिने पांच हजार की पेंशन दी जाएगी वहीं इस योजना में वे पात्र है जिनकी मृत्यु 01 मार्च 2021 से 31 जुलाई 2021 हुई हे उन पर यह योजना लागू की गई थी।
श्री गुर्जर ने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि कोरोना से मृत्यु हो जाने पर अनाथ आश्रितों को योजना का लाभ मिलेगा वहीं यह निर्देश भी थे कि यदि माता-पिता दोनो में से किसी एक की मृत्यु कोरोना महामारी से हो गई है तो वे भी इस योजना के पात्र समझे जाएगें लेकिन जारी ताजा निर्देश में सिंगल पेरेंट बच्चो को मुख्यमंत्री कोविड जनकल्याण योजना का लाभ नहीं दिए जाने के निर्देश दिए है। इससे प्रदेश में लगभग 9 हजार अनाथ बच्चे वंचित रह जाएगें।
श्री गुर्जर ने मुख्यमंत्री जी को घोषणा अनुरूप मानवीय आधार पर सिंगल पेरेंट बच्चों को इस योजना का लाभ अवश्य प्रदान करने का आग्रह किया है।
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