MP NEWS24-पिछले दो चरण के टीकाकरण महाअभियान के मुकाबले में तीसरे महाअभियान में नागदा अनुभाग पिछड गया है। जहॉं पहले और दुसरे चरण में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लक्ष्य से आगे जाकर टीके लगाऐ तो तीसरे चरण में काफी कम टीकाकरण हुआ है। अनुभाग में शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य इस बार पुरा नहीं हो सका तथा स्वास्थ्य विभाग 80 प्रतिशत के आंकडे को ही छु सका। प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग, आंगनवाडी कार्यकर्ता, शिक्षकों की ड्यूटी अभियान में लगाई थी तथा 39 केन्द्र बनाऐ गए थे, मोबाईल टीम भी भ्रमण कर रही थी। जिला मुख्यालय से भी टीम बुलवाई गई थी। अनुभाग में कुल 100 से ज्यादा लोगों की टीम काम कर रही थी, लेकिन महाअभियान के दिन डोल ग्यारस का पर्व होने से अनुभाग टीकाकरण में पिछड गया। लक्ष्य की पूर्ति के लिए शनिवार को 12 केन्द्रों पर टीके लगाऐ गए। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार को भी 4000 के लगभग लोगों को वैक्सीन लगाई गई।ग्रामीण क्षेत्र में हुआ शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन
प्राप्त जानकारी के अनुसार वैक्सीनेशन के मामले में अभी अनुभाग में ग्रामीण क्षेत्र सबसे आगे हैं। गांवों में वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत के नजदीक है। सबकुछ ठीक रहा तो दिवाली के पहले ही गांव शत-प्रतिशत वैक्सीनेट हो जाऐंगे। अनुभाग के कई गांव तो ऐसे हैं जहॉं ग्रामीण काम की तलाश में बाहर रहते हैं ऐसे में अब प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित कर वैरिफाई कर रहा है कि उन्हें टीका लगा है या नहीं। इधर शहर की बात करें तो शहर के कई केन्द्र ऐसे हैं जहॉं अब भी कई लोगों को पहला डोज नहीं लगा है। प्रशासन का फोकस अब उन पर हैं।
कितना हुआ वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में 99 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है। जिसमें 83999 लोगों को पहला टीका लग चुका है। इसी प्रकार नागदा शहर में 77384 एवं उन्हेल में 11379 लोगों को टीका लग चुका है। इस प्रकार क्षेत्र में ज्यादातर नागरिकों को पहला डोज लग चुका है। इसी प्रकार दुसरे डोज की संख्या काफी कम है। बताया जाता है कि 37 प्रतिशत लोगों को ही अभी तक दुसरा डोज लग पाया है। महाअभियान में भी 19 हजार के लक्ष्य के मुकाबले 15 हजार लोगों को ही टीका लगाया जा सका। इसके पीछे मुख्य कारण त्यौहार के समय महाअभियान की तिथि निर्धारित करना भी रहा है।
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