MP NEWS24- चातुर्मास हेतु विराजित मुनिश्री चन्द्रयशविजयजी एवं मुनिश्री जिनभद्रविजयजी की निश्रा में आयोजित पर्यूषण पर्व के चौथे दिन सोमवार को लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित पाठशाला भवन में कल्पसूत्र ग्रंथ का वाचन मुनिश्री द्वारा शुरू किया गया। गं्रथ वांचन से पूर्व लाभार्थी परिवार सहित उपस्थित समाजजनों ने ग्रंथ की वासक्षेप पूजन कर धर्मलाभ प्राप्त किया।धर्मसभा एवं पूजन
कल्पसूत्र ग्रंथ वाचन की शुरूआत मुनिश्री के मंगलाचरण से हुई। मंगलाचरण के पश्चात मुनिश्री को लाभार्थी परिवार द्वारा कल्पसूत्र गं्र्रथ वैहराया गया। जिसका लाभ सुशीलकुमार राजेन्द्रकुमार हिंगड़ परिवार ने लिया। वैहराने के पश्चात गं्रथ को लाभार्थी परिवार द्वारा अक्षत मोती सोना-चांदी के फुल से बंधाया गया एवं अष्ठप्रकारी पूजन की गई जिसका लाभ भैरूलाल पारसमल मेवानगर वालों ने लिया। इस दौरान मुनिश्री ने कल्पसूत्र गं्रथ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए धर्मसभा को संबोधित किया। धर्मसभा का संचालन मनोज वागरेचा ने किया। मुनिश्री की निश्रा में सोमवार दोपहर 1.30 बजे महात्मा गांधी मार्ग स्थित चन्द्रप्रभु जैन मंदिर में नवपद पूजन का आयोजन किया गया।
सभी गं्रथों का सार कल्पसूत्र गं्रथ - मुनिश्री
पर्व के चौथे दिन आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री चन्द्रयशविजयजी ने कहा कि कल्पसूत्र गं्रथ सभी गं्रथों का सार है। इस कल्पसूत्र गं्रथ को जो श्रावक-श्राविका श्रद्धापूर्वक श्रवण करता है। उस श्रावक-श्राविका की आत्मा 8 वें भव में मोक्ष रूपी शाश्वत सुख को प्राप्त करती है। उन्होने कहा कि इस सूत्र में भगवान महावीर के 27 भवों का उल्लेख के साथ पार्श्वनाथ भगवान, आदिनाथ भगवान एवं नेमिनाथ भगवान का जीवन चरित्र भी वर्णित है।
पत्रिका आलेखन कार्यक्रम सम्पन्न
मुनिद्वय की निश्रा में रविवार दोपहर 4 बजे नगर में चल 101 सिद्धितप आराधना के अनुमोदना में आयोजित पारणा महोत्सव की पत्रिका लेखन का कार्य पाठशाला भवन में किया गया। इससे पूर्व लेखन एवं जय जिनेन्द्र के लाभार्थी के निवास स्थान से दोपहर 3 बजे चल समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान लाभार्थी परिवार की महिला सिर पर अष्ठप्रकारी पूजन के साथ पत्रिका लेकर चल रही थी। चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित पाठशाला भवन में धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुआ। धर्मसभा के दौरान लाभार्थी परिवार ने 24 पृष्ठ की पत्रिका का विमोचन किया गया। इसके पश्चात लाभार्थी परिवार के 51 सदस्यों ने प्रमुख जैन तीर्थो की पत्रिका का लेखन किया। पत्रिका लेखन एवं जय जिनेन्द्र का लाभ कांतिलाल सौभाग्यमल गेलड़ा परिवार ने लिया।
आज होगा वीर जन्म वांचन महोत्सव
पर्यूषण पर्व के पांचवे दिन मंगलवार को पाठशाला भवन में मुनिद्वय की निश्रा में वीर जन्म वांचन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। मीडिया प्रभारी डॉ. विपिन वागरेचा ने बताया वीर जन्म वांचन महोत्सव के दौरान भगवान महावीर स्वामी की माता ने गर्भास्वथा में जो 14 स्वपन देखे थे उनके चढ़ावे का आयोजन होगा।
इन्होने की आयोजन का सफल बनाने की अपील
पर्यूषण पर्व के पांचवे दिन आयोजित वीर जन्मवांचन महोत्सव को कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए मास्क पहन कर आयोजन को सफल बनाने की अपील श्रीसंघ अध्यक्ष हेमंत कांकरिया, मनीष सालेचा व्होरा, रितेश नागदा, राजेश गेलड़ा, भंवरलाल बोहरा, सुनील कोठारी, सुरेन्द्र कांकरिया, सुनील वागरेचा, अभय चौपड़ा, राजेश धाकड़, ऋषभ नागदा, कमलेश नागदा, विरेन्द्र सकलेचा, हर्षित नागदा, सुभाष गेलड़ा, निलेश चौधरी, संजय वागरेचा, प्रकाश जैन, अनोखीलाल पोखरना, कल्पेश भंसाली, मुकेश बोहरा, यश गेलड़ा आदि ने की।
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