Nagda(mpnews24)। शहर में अचल संपत्ति के दामों में लगी आग के बाद एक बडा खुलासा जल्द ही प्रशासन की कार्रवाई से हो सकता है। बीना भूमि का व्यय परिवर्तन किए तथा रेरा में पंजीयन के बीना ही नियमों को ताख पर रख कर शहर से लगी हर दो-तीन बीघा जमीनों पर अवैध काॅलोनी बसाने का धंधा इन दिनों जोरों पर चल रहा है। इस पुरे गौरखधंधे में कई लोग जुड गए है जिनकी राजनीतिक दलों के आगेवानों से लेकर प्रशासनिक अमले तक में काफी पहुॅंच है। ऐसे में विगत कुछ सालों में अचल संपत्ति के इस धंधे में शहर में कई वारे-न्यारे हो चुके हैं। लेकिन इस बार अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी ने अवैध काॅलोनाईजरों पर कार्रवाई हेतु टीम का गठन कर दिया है। लेकिन बावजुद इसके शहर के नागरिकों में अभी भी संशय है कि यह सब कार्रवाई मात्र दिखावा है तथा अवैध काॅलोनाईजर सभी को सेट कर अपना धंधा यथावत चमकाते रहेंगे।
क्या है मामलाजैसे-जैसे शहर का विस्तार हो रहा है वैसे-वैसे आस-पास के क्षेत्रों की कृषि भूमियों पर आवासीय मकान बनाने का धंधा भी काफी फलने फूलने लगा है। शहर से ही लगी हुई बैरछा रोड, महिदपुर रोड, रतन्याखेडी रोड, इंगोरिया रोड, अमलावदिया रोड, रिंग रोड एवं उज्जैन की और होता जा रहा है कई लोगों द्वारा नियमों को धता बताते हुए अवैध काॅलोनियाॅं काटकर प्लाट का विक्रय किया जा रहा है। विडम्बना यह है कि शहरवासी जानकारी के अभाव में बिना दस्तावेज जांचे ही काॅलोनियों में प्लाॅट खरीद रहे हैं, जिसके चलते उन्हें बाद में बडी आर्थिक क्षति भी उठाना पड सकती है। साथ ही ऐसे अवैध काॅलोनाईजर शासन को भी करोडों रूपये के राजस्व का चुना लगा रहे हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए एसडीएम श्री गोस्वामी ने मन बना लिया है। उन्होंने नागदा और उन्हेल दोनों के लिए अलग-अलग दल तैयार किए है, यह दल 7 दिन में अवैध काॅलोनी की रिर्पोट प्रभारी अधिकारी को पेश करेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा विस्तृत जांच रिर्पोट एसडीएम को दी जाऐगी। इसके बाद अवैध काॅलोनाईजरों पर नपा के माध्यम से अपराधीक प्रकरण कराऐ जाऐंगे।
इन्हें बनाया दल का प्रभारी
एसडीएम ने आदेश जारी कर नागदा का दल प्रभारी तहसीलदार आरके गुहा को बनाया है। साथ ही दल में राजस्व निरीक्षक राकेश मिततल, रतनलाल डामोर, पटवारी अनिल शर्मा, किशनलाल परमार, सुनल दत्त, अरविंद नामदेव, चेन मैन, अनिल परमार, कोटवार राधेश्याम शामिल है। वहीं उन्हेंल में दल प्रभारी नायब तहसीलदार अन्नु जैन को बनाया गया है। दल में ाजस्व निरीक्षक बीएल कटारिया, पटवारी मनोहर पाटीदार, विश्वेश्वर शर्मा, सुमित मोदी, विवेक चांडक, दुष्यंत तोमर, चेन मैन गंगाराम, कोटवार आत्माराम शामिल है।
पेयजल स्त्रोतों को भी प्रदुषण का खतरा
बायपास के आसपास कटने वाली काॅलोनियों के चलते तालाब के केचमेंट एरिया के भी प्रदुषित होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। तालाब के आसपास सत्ताधारी दल से जुडे एक व्यक्ति द्वारा सैकडों आवासीय प्लाटों को कृषि भूमि पर काट दिया है। जबकि उक्त भूमि का किसी भी प्रकार का डायवर्शन तक नहीं है। बताया जाता है कि नपा में ठेकेदार उक्त काॅलोनाईजर द्वारा बैरछारोड आदि पर भी अवैध काॅलोनियों को काटा जा रहा है।
प्लाॅट धारकों को उठाना पडेगी परेशानी, निर्माण के लिए लोन भी नहीं मिल सकेगा
इस पुरे गोरखधंधे में प्लाॅट को खरीदने वाले सबसे ज्यादा नुकसान उठा रहे है। पहले तो अवैध काॅलोनाईजरों द्वारा उन्हें उंचे दाम पर प्लाॅट का विक्रय कर दिया गया है। वहीं दुसरी और प्रशासन ने ऐसी अवैध काॅलोनियों को वैद्य करने के प्रावधान को भी खत्म कर दिया है। ऐसे में प्लाॅट धारकों को न तो मकान बनाने के लिए लोन मिल पाऐगा और ना ही नक्शा पास होकर भवन निर्माण करवा पाऐंगे। ऐसे में अवैध निर्माण के अलावा और चारा सामने नहीं बचेगा। जबकि इन अवैध काॅलोनाईजरों द्वारा पूर्व में ही 800 से लेकर 1300 स्कवेयर फीट की राशि पहले ही वसुल ली है।
अवैध काॅलोनाईजरों पर होगी एफआईआर
एसडीएम गोस्वामी ने इतना तक कहा है कि अवैध काॅलोनी काटने वालों पर वह एफआईआर दर्ज करवाऐंगे। उन्होंने कहा कि लगतार इस प्रकार की शिकायतें मिल रही थी जिसके चलते उनके द्वारा एक दल बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए है। दल अपनी रिर्पोट 7 दिवस में प्रदान करेगा। रिर्पोट प्राप्त होते ही नपा के माध्यम से अवैध काॅलोनाईजरों पर कार्रवाई की जावेगी।
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