नागदा - यात्री ट्रेनों के बंद होने से नागदा-उज्जैन रोड पर यातायात का दबाव बढा, दुर्घटनाऐं भी हो रही चार पहिया के साथ दुपहिया वाहनों की अत्यधिक आवाजाही, सुरक्षा के इंतजाम शून्य




Nagda(mpnews24)।   कोरोना महामारी के इस दौर में यात्री ट्रेनों के विगत 8 माह से बंद होने से नागदा से उज्जैन सडक यातायात पर भारी दबाव महसूस किया जा रहा है। लाॅकडाउन के दौरान दो माह तो यातायात बंद रहा लेकिन उसके बाद वर्तमान दौर में इस मार्ग पर अत्यधिक यातायात का दबाव देखा जा रहा है तथा चार पहिया वाहनों जिसमें कार के साथ-साथ दुपहिया वाहनों की भरमार सडक पर देखी जा रही है। मार्ग पर अत्यधिक यातायात का दबाव होने के कारण यहाॅं दुर्घटनाओं का ग्राफ भी तेजी से बढा है जिसके चलते प्रतिदिन यहाॅं छोटी-बडी दुर्घटनाऐं हो रही है। वर्तमान में उक्त मार्ग पर देखा जाऐ तो सुरक्षा के संसाधन शून्य है। यदि कोई दुर्घटना घटित हो भी जाती है तो कई किलोमीटर दूरी से एम्बुलेन्स आदि को बुलाना पडता है। मार्ग पर आने-जाने के लिए सरकार द्वारा टैक्स वसुला जाता है लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम इस मार्ग पर नहीं है। मार्ग को उज्जैैन से लेकर जावरा तक स्टेट हाईवे-17 का दर्जा भी प्राप्त है लेकिन स्टेट हाईवे बीओटी रोड पर मिलने वाली सुविधाओं का ध्यान किसी को नहीं है।

यात्री ट्रेन बंद होने से बने हालात
वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते यात्री टेªनों जिसमें नागदा से उज्जैन, इन्दौर तथा नागदा से रतलाम, जावरा आदि स्थानों की यात्रा करने वाले यात्रीयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। वहीं देवउडनी ग्यारस के बाद से मांगलिक कार्यक्रमों का दौर भी प्रारंभ हो चुका है। जिसके चलते सडक मार्गो पर यातायात का भारी दबाव देखा जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा विगत 8 माह से यात्री गाडियों को बंद कर रखा है तथा अभी भी लम्बे समय तक लोकल यात्री ट्रेनों के प्रारंभ होने के आसार दिखाई नहीं दे रहे है। वर्तमान में जो भी यात्री ट्रेनें चल रही है उनमें यात्रा करने से पूर्व आरक्षण आवश्यक किया गया है। ऐसे में यात्रीयों का भारी दबाव सडक मार्गो पर आ गया है।

दबाव के चलते हो रही दुर्घटनाऐं
वर्तमान में उज्जैन-जावरा बीओटी रोड जिस पर शूल्क वसुला जाता है पर यातायात का भारी दबाव है। अमूमन दिन के किसी भी समय इस मार्ग पर यातायात बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है तथा वाहन चालकों की थोडी सी भी असावधानी के चलते मार्ग पर दुर्घटनाऐं हो रही है। मार्ग पर दुपहिया वाहनों का भी अत्यधिक दबाव देखा जा रहा है जो असुरक्षित होकर यात्रा करते हैं। दुपहिया वाहन चालकों में 90 प्रतिशत चालक हेलमेट का उपयोग नहीं करते हैं। साथ ही कई वाहनों की न तो टेल लाईट जलती है और ना ही साईड ग्लास होते हैं। ऐसे में असुरक्षित रूप से मार्ग पर दुपहिया वाहनों का यातायात देखा जा रहा है। मार्ग पर प्रतिदिन एक-दो दुर्घटनाऐं घटित होने की सूचनाऐं मिल रही है। ऐसे में दुपहिया, चार पहिया वाहन चालकों को बहुत ही सावधानी से उक्त मार्ग पर यात्रा करना चाहिए।

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