Nagda(mpnews24)। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉक्टर थावरचंद गेहलोत की दिव्यांगों के प्रति सहनशीलता एवं कार्य के प्रति कर्मठता एक बार पुनः आज प्रदर्शित हुई। आलोट तहसील के ग्राम कराडिया निवासी शंभू पाटीदार, 32 वर्ष और गोवर्धन खारोल, 25 वर्ष दोनों चलने फिरने में पुर्णतः असमर्थ थे। एक माह पूर्व उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पुत्र पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत एवं पोत्र मनीष गेहलोत को अपनी समस्या से रूबरू कराया जिन्होंने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराते हुए इन्हें दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की एडिप योजना के तहत बैटरी से चलने वाली मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। केन्द्रीय मंत्री ने स्नेह संस्थपक एवं केन्द्रीय दिव्यान्गजन सलाहकार बोर्ड के सदस्य पंकज मारू को इस हेतु आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। मारू ने बताया कि उपरोक्त मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल की कीमत 37000 रुपया होती है जिसमे से 25000 का अनुदान मंत्रालय द्वारा दिया जाता है और शेष 12000 की राशि व्यक्ति को स्वयं या किसी दानदाता के माध्यम से जमा करानी होती है। केंद्रीय मंत्री गेहलोत ने इन दोनों के लिए अपनी सांसद निधि से 12000 की राशि की भी अनुशंसा कर यह मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल उन्हें निरूशुल्क उपलब्ध करवाई है।
मंत्री श्री गेहलोत ने स्वयं गुणवत्ता को परखा
रविवार को अपने निवास पर इन दोनों को यह ट्राईसाईकिल केन्द्रीय मंत्री द्वारा भेंट की गयी। उल्लेखनीय बात यह रही कि एलिम्को द्वारा निर्मित इन ट्राईसाइकिल में पहली बार रिवर्स गियर के साथ डिस्क ब्रेक भी लगाये गए थे। इन सुधारों का परीक्षण केंद्रीय मंत्री द्वारा स्वयं मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल को चलाकर किया गया। मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल पाने के पश्चात दोनों दिव्यांगों के चेहरे की खुशी देखने लायक थी। उन्होंने बताया कि अब वह भी सामान्यजन की तरह सब तरफ आ जा सकने में सक्षम होंगे तथा इसके माध्यम से स्वरोजगार भी प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर आलोट के पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत, पूर्व एल्डरमेन पूनमचंद गहलोत, नन्दलाल जोशी एवं एलिम्को के अनुज धाकड़ आदि मौजूद थे।
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