धरने में ठेका श्रमिक संघर्ष समिति का साथ देने पहुंचे जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी ने बताया कि धरना आंदोलन या प्रदर्शन देश के आम आदमी का संवैधानिक अधिकार हैं इससे कोई ताकत हमें नहीं रोक सकती न्यायालय के फैसले को भ्रमित कर शासन प्रशासन को गुमराह कर ग्रेसिम प्रबंधन धरना आंदोलन को रोकने का भरसक प्रयास कल तक करता रहा लेकिन जब न्यायालय का आदेश मांगा गया तो प्रबंधन बता ना सका। श्री स्वामी ने बताया कि कोरोना महामारी में प्रधानमंत्री सहायता कोष मैं ग्रासिम उद्योग द्वारा 500 करोड़ रुपए की सहायता दी गई लेकिन जब धरने पर गेट के सामने बैठे श्रमिकों ने पानी मांगा तो उद्योग प्रबंधन के अधिकारियों ने पानी देने से मना कर दिया यह ग्रेसिम प्रबंधन की मानसिकता को दर्शाता है प्रबंधन जिस बीमार मानसिकता से ग्रसित है उससे हम इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि वह ठेका श्रमिकों के साथ क्या न्याय करेंगे इसलिए शासन प्रशासन से अनुरोध है कि इस समस्या की गंभीरता को समझ कर इसका शीघ्र निराकरण करे।
धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित रहें और महिलाओं ने उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों को उनके दैनिक जीवन में आ रही समस्याओं से अवगत कराया इस अवसर पर सुंदरबाई, पुष्पा गौतम, राजकुमारी साहनी, बसंती देवी,मीना खेरवार, शांति साहू, इंदू कनोजिया, नीलमसिह, मीरा देवी साहनी, संगीता कटारिया के साथ ठेका श्रमिक संघर्ष समिति के सदस्य रमेश गौतम, रतनसिह, दिनदयाल चुकरी (पूर्व पार्षद), शंकरलाल प्रजापत, मनोज पांडे, रमेश प्रजापत, शाहरुख खान, तुलसीराम, दिपक यादव, सुरेश कटारिया, शांतिलाल व अन्य श्रमिक उपस्थित रहे।
Post a Comment