ज्ञापन में बताया गया कि किसानो की गेहूँ की खरीदी तत्काल प्रारम्भ की जावे। वर्ष 2019 में बीमा राशि से वंचित किसानों को तुरन्त बीमा राशि प्रदान की जावे। जिसका प्रीमियम जमा है उसका भुगतान बीमा कंपनी द्वारा या बैंक द्वारा करवाया जाये। वर्ष 2019 की सोयाबीन फसल की राहत राशि 75 प्रतिशत बकाया है उसका भुगतान करवाने एवं वर्ष 2020 खरीब सोयाबीन फसल अफलन व वायरस से खराब हुई फसल की मुआवजा राशि एवं बीमा क्लेम दिया जावे। साथ ही डीजल, पेट्रोल, गैस एवं खाद्य तेल की लगातार कीमत बढोतरी को देखते हुए किसानो की गेहूँ व चना एवं सभी फसलो का समर्थन मुल्य बढ़ाया जाए एवं 500 रूपये प्रति क्विंटल के मान से बोनस भी दिया जाये। क्योंकि वर्ष 2021 की रबी की फसलें कोहरा एवं बर्फबारी लगातार 7 दिन तक होने से लगभग 50 प्रतिशत फसल का नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई हेतु राहत राशि एवं बीमा राशि देकर किया जावे। वर्ष 2019 की 75 प्रतिशत राहत राशि सोयाबीन की जो बकाया है उसे तुरन्त दिया जावे। किसानों को कर्ज 2 लाख रूपये तक माफ किया जावे। विद्युत स्थाई कृषि कनेक्शन अनुदान योजना चालु की जावे। नर्मदा जल योजना में नागदा ग्रामीण को कृषि सिंचाई से जोड़ा जाए। कृषि सिंचाई बील पूर्व की तरह किसानो को दिया जावे।
इस मौके पर उदयसिंह आंजना, नागुसिंह, भारतसिंह पंवार, कृष्णपालसिंह डोडिया, बद्रीलाल पटेल, रामरतन, प्रकाश राठौर, रामचन्द्र सोलंकी आदि किसान उपस्थित थे। उक्त जानकारी भारतीय किसान संघ तहसील अध्यक्ष यशवन्त आर्य ने दी है।
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