बढ़ती गर्मी के बीच जलसंकट की आहट नगर में सुनाई देने लगी है। वर्तमान में नपा दोनों समय यानी सुबह-शाम पेयजल की सप्लाई कर रही है लेकिन नगर में कई क्षेत्रों में व्यर्थ पानी बह रहा है। जिससे आगामी समय में जलसंकट की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना को लेकर को नपा प्रशासक व एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें अधिकारियों ने स्वयं स्वीकारा कि दोनों समय पेयजल सप्लाई में कई क्षेत्रों में पानी नाली में बह रहा है, तो वहीं लोग भी व्यर्थ पानी बहा रहे हैं। ऐसे में अगर अभी से निर्णय नहीं किया गया तो आगामी समय में जलसंकट की स्थिति बन सकती है। जिस पर प्रशासक व अधिकारियों द्वारा एक समय पर्याप्त मात्रा मंे पेयजल उपलब्ध कराने की बात कही। हालांकि एक सप्ताह में रूपरेखा तैयार कर इसे लागू किया जाएगा।
नागदा - मानसून आने में 84 दिन बाकी, 88 दिन का पानी शेष, लगातार कम हो रहा नदी का पानी
बढ़ती गर्मी के बीच जलसंकट की आहट नगर में सुनाई देने लगी है। वर्तमान में नपा दोनों समय यानी सुबह-शाम पेयजल की सप्लाई कर रही है लेकिन नगर में कई क्षेत्रों में व्यर्थ पानी बह रहा है। जिससे आगामी समय में जलसंकट की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना को लेकर को नपा प्रशासक व एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें अधिकारियों ने स्वयं स्वीकारा कि दोनों समय पेयजल सप्लाई में कई क्षेत्रों में पानी नाली में बह रहा है, तो वहीं लोग भी व्यर्थ पानी बहा रहे हैं। ऐसे में अगर अभी से निर्णय नहीं किया गया तो आगामी समय में जलसंकट की स्थिति बन सकती है। जिस पर प्रशासक व अधिकारियों द्वारा एक समय पर्याप्त मात्रा मंे पेयजल उपलब्ध कराने की बात कही। हालांकि एक सप्ताह में रूपरेखा तैयार कर इसे लागू किया जाएगा।
Post a Comment