नागदा - पाॅंच सौ करोड का दान देने वाला उद्योग नागदा की जनता के लिए आॅक्सीजन सिलेण्डर भी नहीं दे पाया कोविड केयर सेंटर सहित आॅक्सीजन प्लांट की है दरकार



Nagda(mpnews24)।  कोरोना महामारी के दौर में आदित्य बिरला ग्रुप ने प्रधानमंत्री केयर फण्ड में गत वर्ष 400 करोड नगद एवं 100 करोड रूपये की सामग्री प्रदान की थी। कोरोना महामारी की दुसरी लहर में जबकि एशिया का सबसे बडा फायबर प्लांट नागदा में स्थित है वहाॅं के रहवासियों के लिए उद्योग द्वारा एक आॅक्सीजन सिलेण्डर तक उपलब्ध नहीं करवाया जबकि उज्जैन में आॅक्सीजन कंसंट्रेटर सहित अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई। क्षेत्र के नागरिकों एवं सोश्यल मिडिया में उद्योग प्रबंधन द्वारा नागदा-खाचरौद में कोई सामग्री नहीं दिए जाने पर काफी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। ऐसे में उद्योग प्रबंधन का दायित्व था कि अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए नागदा-खाचरौद की जनता जो कि उद्योग के लिए आरंभ से ही समर्पित रही है की जीवन रक्षा हेतु नागदा सिविल हाॅस्पिटल एवं खाचरौद हाॅस्पिटल में सामग्री प्रदान की जाना चाहिए था।

क्षेत्र के विधायक ने आॅक्सीजन प्लांट लगाने का किया था अनुरोध
क्षेत्र के विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने गतदिनों शहर में संचालित होने वाले समस्त उद्योगों के प्रबंधकगण से अनुरोध किया था कि कोरोना महामारी के दौरान आॅक्सीजन की सबसे अधिक आवश्यकता है। ऐसे में सभी उद्योग मिलकर सिविल हाॅस्पिटल में एक आॅक्सीजन प्लांट स्थापित करें जिससे की शहर एवं आसपास के रहवासियों के जीवन को इस महामारी के दौर में बचाया जा सके। इसी प्रकार विधायक द्वारा 50 लाख रूपये की राशि आॅक्सीजन प्लांट लगाने (20 लाख) बीमा अस्पताल एवं सिविल हाॅस्पिटल में सामग्री क्रय हेतु (20 लाख) एवं खाचरौद अस्पताल में वेंटिलेटर एवं अन्य सामग्री हेतु 10 लाख की राशि प्रदान की है जो कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उज्जैन को प्राप्त हो चुकी है। विधायक की अनुशंसा पर नागदा एवं खाचरौद के कोविड सेंटरों को उक्त सामग्री भी जल्द ही मिलने वाली है।

उज्जैन में 50 बेड सहित आॅक्सजन कंसंट्रेटर प्रदान किए
सूत्रों का कहना है कि सांसद एवं जिला कलेक्टर के आग्रह पर उद्योग प्रबंधन द्वारा बिरला हाॅस्पिटल उज्जैन में 50 बेड कोविड पेशेंट के लिए आरक्षित किए है। इसी प्रकार लगभग दर्जनों आॅक्सीजन कंसंटेªटर भी उद्योग द्वारा उज्जैन जिला प्रशासन को प्रदान किए गए है।

कोविड सेंटर में आॅक्सीजन लाईन एवं आॅक्सीजन प्लांट की है आवश्यकता
गौरतलब है कि जिला कलेक्टर के निर्देश पर बीमा अस्पताल में कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। लेकिन नेताओं के कई-कई बार निरीक्षण के उपरांत भी कोविड सेंटर का कार्य विगत 15 दिनों से चल ही रहा है। सूत्रों का कहना है कि अभी मरम्मत एवं रंगरोगन ही हो पाया है आॅक्सीजन लाईन डाले जाने का कार्य प्रारंभ होना है। ऐसे में बीमा सेंटर को प्रारंभ होने में अभी और समय लग सकता है। सिविल हाॅस्पिटल में वर्तमान में 5 बेड का आईसीयू एवं 10 बेड का आईसोलेशन वार्ड संचालित किया जा रहा है। लेकिन आईसोलेशन वार्ड में न तो आॅक्सीजन की लाईन है और ना ही 4 से अधिक आॅक्सीजन कंसंट्रेटर ऐसे में यहाॅं आॅक्सीजन कंसंट्रेटर एवं अन्य सामग्री की सख्त आवश्यकता है।

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केन्द्रीय मंत्री से राशि की मांग

पूर्व विधायक दिलीप शेखावत ने केन्द्रीय मंत्री थावरचन्द गेहलोत को पत्र प्रेषित कर उनके मंत्रालय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सीएसआर फण्ड से 50 लाख की राशि क्षेत्र में कोरोना संक्रमण को रोकने हेतु प्रदान करने का आग्रह किया है। शेखावत ने जारी प्रेस बयान में बताया कि नागदा एवं खाचरौद के शासकीय अस्पतालो में कोरोना जैसी गंभीर बिमार व्यक्तियों के इलाज के पर्याप्त संसाधन डॉक्टरो के पास नहीं है। जिसके कारण इलाज में कठिनाई हो रही है। केवल नागदा में आज 5 आईसीयू वार्ड है साथ ही 15 ऑक्सीजन बेड है। इसके अलावा कोरोना बिमारी का उपर्युक्त इलाज के संसाधनो का अभाव है। विशेष करके लगातार ऑक्सीजन की कमी के कारण कई बिमार व्यक्ति काफी सिरीयस हो जाते है। शेखावत ने बताया कि मैंने सारे विषय केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत के सामने रखे। साथ ही नागदा में शासकीय अस्पताल या नागदा में कहीं पर भी उचित स्थान पर ऑक्सीजन प्लान्ट लगाने का प्रस्ताव भी रखा। श्री गेहलोत ने सारे प्रस्तावो पर गंभीरता से विचार कर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से सीएसआर फण्ड से 50 लाख रूपये की जल्द से जल्द स्वीकृत करने का आश्वासन दिया है।
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