वित्तीय वर्ष 21 की चैथी तिमाही के लिए स्टैंडअलोनध्स्वचालित पीएटी (विशिष्ट आइटम्स के बाद) वित्तीय वर्ष 20 की चैथी तिमाही से 36 प्रतिशत बढ़कर 480 करोड़ रूपये पर पहुंचा। पिछले वर्ष, पीएटी (विशिष्ट आइटम्स के बाद) में डिफर्ड टैक्स लायबिलिटी (विलम्बित कर देनदारी) का परिवर्तन भी शामिल है।
चैथी तिमाही के लिए समेकित राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 26 प्रतिशत बढ़कर 24,399 करोड़ हुआ। वित्तीय वर्ष 21 की चैथी तिमाही के लिए ईबीआईटीडीए पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत बढ़कर 5,142 करोड़ रुपये पर आया। पीबीटी पिछले वर्ष की इसी तिमाही से 133 प्रतिशत बढ़कर 3,726 करोड़ पर आया। वित्तीय वर्ष 21 के लिए समेकित राजस्व, ईबीआइटीडीए तथा पीबीटी क्रमशः 76,398 करोड़ रुपये, 15,766 करोड़ रुपये तथा 10,113 करोड़ रूपये रहा, एवं वित्तीय वर्ष21 के लिए स्टैंडअलोन राजस्व, ईबीआईटीडीए एवं पीबीटी क्रमशः 12,386 करोड़ रुपये, 2,078 करोड़ रुपये तथा 1,014 करोड़ रुपये रहा। वित्तीय वर्ष 21 की चैथी तिमाही के लिए बन्द संचालनों (फर्टिलाइजर व्यवसाय) से प्राप्त राजस्व तथा ईबीआईटीडीए क्रमशः 560.96 करोड़ तथा 33.16 करोड़ रहा (वित्तीय वर्ष 20 की चैथी तिमाहीरू 622.73 करोड़ एवं 68.11 करोड़), जो कि उपरोक्त वित्त में शामिल नहीं था।
विस्कोज बिजनेस
वित्तीय वर्ष 21 के सेकेंड हाफ में ग्राहकों की मांग के बढ़ने और पाइपलाइन की रिस्टॉकिंग के द्वारा ग्लोबल टेक्सटाइल फाइबर की मांग में तेजी से सुधार दिखाई दिया। आरामदायक, कैजुअल तथा किफायती कपड़ों के लिए ग्राहकों की बढ़ती प्राथमिकता ने सेल्युलोज फाइबर तथा वीएसएफ के लिए मांग को प्रेरित किया। यह स्थिति इस शिट को महत्वपूर्ण लाभ देने वाली रही। घरेलू मांग में उछाल, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में घरेलू बिक्री में वृद्धि में हुई 9 प्रतिशत की बढोत्तरी के रूप में दिखाई दिया। पिछले 12 महीनों के दौरान कॉटन के दामों में बढोत्तरी और रिस्टॉकिंग हुई। चीन के प्लांट की वीएसएफ इन्वेंट्री में 45 दिन (अप्रैल-20 में) तथा 13 दिन (मार्च- 21) में महत्वपूर्ण रूप से गिरावट आई। विस्कोज सेगमेंट के लिए सकल राजस्व (वीएफवाय को मिलाकर) 2,583 करोड़ रूपये तथा ईबीआईटीडीए 625 करोड़ रूपये दर्ज हुआ. इसके पीछे हायर सेल्स वॉल्यूम (उच्चतर बिक्री मात्रा), बेहतर प्रोडक्ट मिक्स, कम लागत तथा वसूली में सुधार जैसे कारण प्रभावी रहे। तिमाही के दौरान, पल्प के दाम तथा इनपुट लागत कमोडिटीज के साथ-साथ सुधरना शुरू हो गई।
कैमिकल व्यवसाय
घरेलू कास्टिक सोडा व्यवसाय तथा एडवांस्ड मटेरियल व्यवसाय में तिमाही के दौरान मजबूत संचालन प्रदर्शन दर्ज किया गया। कास्टिक सोडा कैपेसिटी यूटिलाइजेशन में वित्तीय वर्ष 21 की तीसरी तिमाही के 89 प्रतिशत की तुलना में वित्तीय वर्ष 21 की चैथी तिमाही में 94 प्रतिशत सुधार हुआ। अंतरराष्ट्रीय कास्टिक सोडा दामों में तिमाही के बाद के हिस्से में सप्लाई में अस्थाई तौर पर बाधा आने से क्रमशः सुधार हुआ। इस पूरे सेगमेंट में मांग उठने से एडवांस्ड मटेरियल (इपॉक्सी) बिक्री मात्रा में वृद्धि हुई।
कोविड से बचाव हेतु किए प्रयास
कोविड ट्रीटमेंट सेंटर्स स्थापित करना, देशभर के अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तरों की व्यवस्था का निर्धारण करना और ऑक्सीजन सिलेंडर्स व कॉन्संट्रेटर्स को विभिन्न स्थानों पर पहुंचाना। इसी कड़ी में गुजरात के वेरावल में एक योजना के अंतर्गत एक ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया गया है। कम्पनी ने भारतभर में अपने कर्मचारियों और अन्य वर्कर्स के लिए टीकाकरण की गति को बढाने का भी प्रयास किया और 13,000 से अधिक लोगों का टीकाकरण करवाया। इसके साथ ही कम्पनी ने तीन लेयर वाले उच्च गुणवत्ता वाले मास्कों का वितरण (्50,000 मास्क) भी विभिन्न मेन्युफेक्चरिंग लोकेशन्स पर किया। इसके अलावा कम्पनी ने अतिरिक्त कदम भी उठाए हैं जैसे, कर्मचारियों तथा उनके परिवारों के हॉस्पिटल में भर्ती होने पर होने वाले खर्चों के हिसाब से मेडिकल कवरेज में बढोत्तरी तथा इस महामारी में जान खोने वाले कर्मचारियों (कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत कर्मचारी भी शामिल) के परिवार को सहायता देने के उद्देश्य से उनको मिलने वाली सुविधाओं में उदारतापूर्वक बढोत्तरी की घोषणा।
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