गुर्जर ने पत्र में अवगत कराया कि कोरोना की तीसरी लहर से सुरक्षा हेतू स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली, अधिकांश संसाधन उपलब्ध कराकर तैयारी पुरी की जा चुकी है परंतु सीटी स्कैन की आवश्यकता है।
उज्जैन के बाद जिले का दुसरा बडा शहर नागदा, 200 गांव भी जुडे हुए
नागदा एक औद्योगिक नगर होकर जिले में 1.50 की आबादी वाला दुसरा बडा शहर है तथा खाचरौद तथा आसपास 200 से अधिक गांव नागदा में इलाज हेतू आश्रित है। देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की जा रही है। नागदा जनसेवा ट्रस्ट हाॅस्पीटल जो कि प्रायवेट हाॅस्पीटल है में एक मात्र सीटी स्कैन मशीन है जन आवश्यकता को देखते हुए एक और सीटी स्कैन मशीन की सख्त आवश्यकता है।
कोरोना की जांच हेतु सीटी स्कैन मशीन ही कारगर
गुर्जर ने कहा कि सीटी स्कैन के माध्यम से ही फेफडों के इंफेक्शन का सटीक जानकारी लगती है कई बार कोरोना रिपोर्ट नेगेटीव आती है परंतु सीटी स्कैन के माध्यम से सही स्थिति का पता लगाकर मरीज का तत्काल इलाज करके उसकी जान बचाई जा सकती है। लेकिन शासकीय चिकित्सालय में यह मशीन उपलब्ध नहीं होने एवं प्रायवेट जनसेवा चिकित्सालय में एक ही मशीन उपलब्ध होने से नागदा की आवश्यकता को देखते हुए बहुत कम है साथ ही नागदा में सीटी स्कैन लगने से महिदपुर, आलोट क्षैत्र के नागरिकों को भी सुविधा मिलेगी।
श्रमिक भाईयों को भी मिल सकेगी सुविधा
गुर्जर ने कहा कि नागदा एक औद्योगिक शहर है यह पर हजारों मजदुर कार्य करते है जिनका ईएसआई कटता है केन्द्र सरकार ने भी 87 करोड 44 लाख रूपये की राशि कोरोना के इलाज हेतू राज्य शासन को मिली है। नागदा में बीमा अस्पताल जहां कोविड सेन्टर कार्यरत है इस फण्ड में से भी सीटी स्कैन खरीदने की स्वीकृति प्राप्त की जा सकती है।
विधायक ने किया सभी से अनुरोध
गुर्जर ने माननीय गेहलोतजी, यादवजी, फिरोजियाजी से अनुरोध किया है कि मुख्यमंत्री व प्रदेश शासन को शीघ्र अतिशीघ्र प्रस्ताव भेजकर सीटी स्कैन मशीन नागदा शहर के लिए शीघ्र अतिशीघ्र स्वीकृत करने का अनुरोध करें जिससे आगामी कोरोना की तीसरी लहर से क्षैत्र की जनता की सुरक्षा की जा सके।
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