MP NEWS24-आत्मोद्धारक चातुर्मास समिति के तत्वावधान में श्री नेमिनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव पर श्रावण सुदी पंचमी 13 अगस्त शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से स्थानीय गोपाल गौशाला में मुनि चंद्रयशविजयजी एवं मुनि जिनभद्रविजयजी की निश्रा में संगीत सम्राट विनीतजी गेमावत एवं समाज के 90 कलाकारों ने शानदार मनमोहक प्रस्तुति दी। इस दौरान 14 स्वप्न के दर्शन, 56 दीपकुमारी आकर्षक राजा-रानी, इन्द्र-इन्द्राणी, मंत्री, नगर सेठ, कोषाध्यक्ष, सेनापति, राजगुरू, राजगुरू के चेले, बुवा, फुफाजी, प्रियवंदना दासी, हरण ग्रमणी, सभी के जीवन चरित्र पर शानदार जीवन प्रस्तुति की गई। उक्त अवसर पर जैन समाज के 22 तीर्थंकर भगवान नेमिनाथजी का जन्म उत्सव धुमधाम से मनाया गया। दीप प्रज्वलन मोहनखेड़ा के ट्रस्टी सुखरामजी कबदी, संघ अध्यक्ष हेमन्त कांकरिया, मनीष ओरा, चातुर्मास समिति अध्यक्ष रितेश नागदा, राजेश गेलडा, भंवरलाल बोहरा, सुनील कोठारी, कमलेश नागदा द्वारा दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया। कार्यक्रम पश्चात् स्वामी वात्सल्य का आयोजन हुआ जिसके लाभार्थी प्रेमलताजी वागरेचा की प्रेरणा से राजेन्द्रकुमार यशवन्तकुमार प्रेमकुमार वागरेचा परिवार द्वारा लिया गया।मुनिराज चंद्रयशविजयजी ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि तप औऱ जप एक दूसरे के पूरक है। हम सामान्य जीवन में जिस तरह ब्रांडेड या विशेष चीजे चाहते है इसी तरह परमात्मा की आराधना भी विशेष होना चाहिये। सुबह के बियासने के लाभार्थी सुरेन्द्रकुमार नरेन्द्रकुमार संचेती एवं शाम के बियासने के लाभार्थी कांतिलाल सौभागमल गेलड़ा परिवार रहे।
शंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभु के अठ्ठम तप का समापन स्थानीय पार्श्वप्रधान पाठशाला भवन में पारणे के साथ हुआ। जिसका लाभ राजेन्द्रकुमार रावतमल कोचर परिवार द्वारा लिया गया। साथ ही 9 दिवसीय नमस्कार महामंत्र आराधना का शुभारम्भ प्रातः 5 बजे स्थानीय पार्श्वप्रधान पाठशाला में नवकार महामंत्र के पट्ट एवं अखंड ज्योत प्रज्वलन के साथ हुआ। जिसका लाभ अशोककुमार आशीषकुमार चौधरी परिवार द्वारा लिया गया। उसके पश्चात् 9 बजे प्रवचन में मोहनखेड़ा तीर्थ पेढ़ी ट्रस्ट से पधारे ट्रस्टी जयंतीलालजी बाफना ने सिद्धीतप कर रहे बाल तपस्वी का बहुमान किया। प्रवचन के पश्चात् प्रथम दिवस पर एकासने का लाभ श्रीमती दाखाबाई शांतिलालजी सकलेचा परिवार द्वारा लिया गया। समाज के सभी बच्चो ने कार्यक्रम में बढ-चढ़ के हिस्सा लिया।
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