MP NEWS24- सरस्वती शिशु मंदिर में पिछले 7 दिनों से चल रहे संस्कृत सप्ताह का बुधवार को समापन हुआ। इस अवसर पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में संस्कृतप्रेमी जनों ने एकत्रित होकर संस्कृतभारती के तत्वावधान में सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों द्वारा संस्कृत गीत, नृत्य, नाटक एवं संस्कृत श्लोक स्पर्धा की प्रस्तुति दी।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्कृतभारती विभाग संयोजक आचार्य रामस्वरूप ब्रह्मचारी ने संस्कृत सप्ताह के बारे में जानकारी दी। उन्होने संस्कृत भाषा का महत्व बताते हुए कहा कि संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर भी संस्कृत को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए सहमत थे। हम भी इस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयत्न करें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केशवसिंह चौहान (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागदा जिला प्रचारक) ने बताया कि बच्चों को बचपन में ही संस्कार दिए जाएंँ और वे संस्कार संस्कृत से ही आएंगे। अतः संस्कार पाने हेतु संस्कृत हमें आवश्यक रूप से पढ़नी चाहिए। विशेष अतिथि डॉक्टर कुंजबिहारी गुप्ता (प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय बुरानाबाद) ने अपने वक्तव्य में कहा कि अंग्रेजों के आने से पहले सभी विषय संस्कृत माध्यम से पढ़ाए जाते थे और आगे भी संस्कृत को विद्यालयों में अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाएं। कार्यक्रम में भेरुलाल टांक (हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष), सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के व्यवस्थापक गिरधारीसिंह शेखावत, विद्यालय के कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुशवाह तथा विद्यालय के प्राचार्य महेश पाटीदार, प्रधानाचार्या श्रीमती रेणु बालाजी शर्मा उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन मानसी उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम में संस्कृत भारती के कार्यकर्ता गिरधारी उपाध्याय, मनोज व्यास तथा अन्य सामाजिक लोग उपस्थित थे। ध्येय मंत्र का पाठ श्रीमती सुधा पंड्या ने किया। आभार विद्यालय के प्राचार्य महेश पाटीदार ने माना।
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