MP NEWS24- नागदा-खाचरौद क्षैत्र में किसान गेहूॅं, चना, बटला, लहसुन, प्याज, आलू की बोवनी करने हेतू तैयार है लेकिन किसानों की बोवनी करने में सबसे बडी दिक्कत डीएपी, यूरिया खाद की आ रही है क्षैत्र का अन्नदाता खाद के लिए दुकान-दुकान भटक रहा है।1200 का बेग किसानों को मिल रहा 2500 में
उक्त आशय का पत्र शहर कांग्रेस अध्यक्ष राधे जायसवाल ने मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री व कलेक्टर को पत्र लिखकर किसानहित में अनुरोध किया है। श्री जायसवाल ने पत्र में लिखा है कि बोवनी के समय डीएपी खाद की अत्यंत जरूरत रहती है खाद के संकट के चलते क्षैत्र का किसान ब्लैक में 1200 का बेग 2500 रूपये में खरीदने को मजबुर हो रहा है सरकार की नाकामी और गलत नीतियों के कारण अधिकारी किसानों को खाद की किल्लत के चलते सलाह दे रहे है कि एक बोरी युरिया तीन बोरी सुपर को मिलाकर खेत में बोवनी करे जो डीएपी की पूर्ति कर देगा। लेकिन कोई सा भी खाद नहीं मिल रहा है वहीं नीजि क्षैत्र में भी उर्वरकों को बेचने की खुली छुट नही होने के कारण गंभीर समस्या बनी हुई है।
किसानों के लिए आफत बने नियम
श्री जायसवाल ने किसानहित में यह भी बताया कि मध्यप्रदेश सरकार को उर्वरक नीति में तत्काल ठोस बदलाव करना चाहिए चाहिए, वरना 75 फीसदी सरकारी सोसायटी और 25 फीसदी नीजि व्यापारियों के माध्यम से बेचने का नियम तो किसानों के लिए आफत बन चुका है इस नियम में बदलाव कर नीजि व्यापारियों को भी पूर्व की तरह उर्वरक बेचने की शतप्रतिशत अनुमति बिना किसी बंधन के देना चाहिए ताकि अन्नदाताओ को हर सीजन में खाद के लिए दर-दर भटकना ना पडे।
फर्टीलाईजर कंपनियॉं नहीं भेज रही उर्वरक
श्री जायसवाल ने यह भी बताया कि जो डीएपी फर्टीलाइजर कंपनियां उर्वकर नहीं भेज रही है उसका कारण भुगतान समय पर नहीं करने तथा नीजि व्यापारी तत्काल भुगतान कर देते है लेकिन नीजि को खाद उपलब्ध नहीं करा रहे है सोसायटीयों का भुगतान समय पर नहीं होने से अधिकांश कंपनियाां मध्यप्रदेश में उर्वरक भेजने की इच्छुक नहीं है इसी के चलते खाद की कमी है किसानों को सीजन में पर्याप्त खाद मिले सरकार को ऐसी व्यवस्था गंभीरता से करनी चाहिए अन्यथा कांग्रेस को मजबुरन आंदोलन करने को मजबुर होना पडेगा।
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