MP NEWS24-सामाजिक कार्यकर्ता एवं नागरिक अधिकार मंच के संयोजक अभय चौपडा ने प्रेस बयान जारी कर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन से मांग की है कि एनटीपीसी द्वारा नागदा के समीप उज्जैन रोड पर थर्मल पावर प्रोजेक्ट हेतु क्षेत्र के किसानों की हजारों बीघा जमीन अधिग्रहित की थी। वर्षो से अधिग्रहित भूमि पर पावर प्रोजेक्ट नहीं लग पाया, ऐसे में उक्त जमीन अनुपयोगी पडी हुई है। चौपडा ने मांग की है कि यदि एनटीपीसी जमीन पर कोई प्लांट नहीं लगा रही है तो किसानों से अधिग्रहित की गई जमीन को उन्हें पुनः लौटाया जाऐ।पूर्व में ओने-पोने दामों पर एनटीपीसी ने प्राप्त की किसानों की जमीन, अब भूमाफियाओं की निगाह
चौपडा ने कहा कि नेशनल थर्मल पावर द्वारा हजारों बीघा किसानों की जमीन पावर प्लांट डालने के लिए एक्यायर की थी, लेकिन काफी समय हो जाने के बाद भी नेशनल थर्मल पावर किसानों की जमीन पर पावर प्लान्ट डालने में पूर्णतया असफल रहा। ऐसे में इस जमीन को पुनः किसानों को लौटाया जाना चाहिए। चोपड़ा ने कहा कि जब जमीन एक्वायर की थी तो उसमें यह शर्त थी कि नेशनल थर्मल पावर यहां पर पावर प्लांट डालेगा, लेकिन कुछ भूमाफियाओं की निगाह इस भूमि को बदली करके और कब्जा करने की है जिससे कि किसानों के साथ धोखा धड़ी कि जा सके।
करोडों की बेशकीमती जमीन को हथियाने का रचा जा रहा षडयंत्र
चोपड़ा ने यह भी आरोप लगाया है कि कुछ राजनेता षड्यंत्र करके इस जमीन को अन्य उपयोग में लेना चाहते है तो वह गबन और धोखाधड़ी का अपराध है और इसके लिए ऐसे व्यक्तियों को शीघ्रता शीघ्र कार्रवाई करना चाहिए। कुछ राजनीतिक लोग इस तरह षड़यंत्र करके इस जमीन पर छोटा-मोटा उद्योग स्थापित करके बाकी शेष जमीन पर बड़ा घोटाला करना चाहते हैं। उन्होंने मांग कि है कि इस जमीन पर खोला जाए तो नेशनल थर्मल पावर का पावर प्लांट खोला जाए और अगर अन्य कोई चीज खोली जाए तो उसकी जमीन एक बार की पुनः एक्वायर कि प्रक्रिया करना चाहिये और उसकी आवश्यकता के अनुरूप कार्रवाई शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओने-पौने दाम पर कृषकों से ली गई जमीन में घोटाला करने के उद्देश्य से अन्य उद्योगों की आड़ में जमीन पर कब्जा करके और जमीन का दुरूपयोग करना चाहते हैं। जबकि जिस उद्देश्य के लिए जमीन दी गई थी उस उद्देश्य के लिए अगर उपयोग नहीं होता है तो वह किसानों को वापस करना चाहिए।
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