MP NEWS24- सिविल हॉस्पिटल की नवीन बिल्डिंग निर्माण में लगातार देरी हो रही है। कलेक्टर द्वारा पुरानी बिल्डिंग को जमींदोज कर नवीन बिल्डिंग का कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ करने हेतु एक समिति का गठन भी किया गया है, बावजुद इसके न तो पुरानी बिल्डिंग को जमींदोज करने का कार्य प्रारंभ हो पाया है, और ना ही नवीन बिल्डिंग को लेकर कोई रूपरेखा दिखाई दे रही है। वहीं अब यह बात सामने आ रही है कि पुरानी बिल्डिंग को जमींदोज करने वाला ठेकेदार भी काम से मुकर गया है, ऐसे में अब पुनः टेण्डर आमंत्रित होंगे उसके बाद ही कार्य प्रारंभ हो सकेगा।क्या है मामला
सरकारी अस्पताल के नए भवन निर्माण के लिए पुराने भवन को तोड़ा जाना है। जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा टेंडर निकाले गए थे। नीलामी की प्रक्रिया भी हुई थी और रतलाम की आयशा ट्रेडर्स फर्म ने 10 लाख 11 हजार रुपए की सर्वाधिक बोली लगाकर टेंडर अपने नाम किया था। तय समयावधि में आयशा ट्रेडर्स की ओर से राशि जमा नहीं की गई, इसलिए अब अस्पताल भवन को डिस्मेंटल करने के लिए दोबारा टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। जिसमें 22 नवंबर तक टेंडर जमा कर संबंधित नीलामी प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। ब्लैक लिस्टेड होने से आयशा ट्रेडर्स फर्म टेंडर नहीं डाल सकेगी और न ही नीलामी प्रक्रिया में भाग ले सकेगी।
अमानत राशि भी बढाई
नीलामी में शामिल होने के लिए पूर्व में टेंडर की अमानत राशि 9 हजार 500 रुपए रखी गई थी। इसे इस बार बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया है। यानी नीलामी में शामिल होने के लिए संबंधित फर्म को 50 हजार रुपए की राशि पहले अमानत के तौर पर जमा कराना होगी। संभावना है कि नीलामी प्रक्रिया 23 नवंबर को होगी। नीलामी मंे उच्चतम बोली के बाद संबंधित फर्म को 25 प्रतिशत राशि हाथोंहाथ जमा कराना होगी। यह प्रावधान इसलिए किया गया, ताकि संबंधित फर्म शेष राशि भी तय अवधि मंे जमा कराकर डिस्मेंटल का कार्य शुरू कर दे।
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